अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार (8 जुलाई 2022) की शाम बादल फटने (Cloudburst) से आई बाढ़ में 16 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, वहीं करीब 48 श्रद्धालु घायल हुए हैं। इसके साथ ही कई यात्री अभी भी लापता हैं। उत्‍तराखंड के कई तीर्थयात्री भी प्रभावित इलाकों में फंसे हुए हैं। ऐसे में उत्‍तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अमरनाथ में फंसे यात्रियों से फोन पर बात की।

अमरनाथ गुफा के पास हुए हादसे के बाद उत्तराखंड के 12 लोग भी वहां फंसे हुए हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने वहां फंसे उत्तराखंड के श्रद्धालुओं से फोन पर बात कर सभी को सुरक्षित वहां से निकालने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री और एलजी मनोज सिन्हा से उत्तराखंड के लोगों को बचाने की हर संभव मदद की व्यवस्था करने की अपील की है।

मुख्यमंत्री धामी ने यात्रा मार्ग पर हुई दुर्घटना पर दुख प्रकट करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति की ईश्वर से कामना की। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दुख की इस घड़ी में शक्ति प्रदान करने की भी कामना की।

लोगों ने दिए रिएक्शन: पुष्कर सिंह धामी के यात्रियों से बात करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने तरह-तरह के रिएक्शन दिए। राजेंद्र गुप्ता (@Rajendr26194283) नाक के ट्विटर यूजर ने लिखा, “बात से बात नहीं बनेगी, मदद करने से ही वहां की जनता का भला हो सकेगा।” सफेद कैप्टन (@CHO2LLM) नाम के एक यूजर ने लिखा, “देख रे हो उस्ताद @narendramodi, कल का नेता न्यूज मैनेजमेंट मे टक्कर दे रहा है।”

अमरनाथ यात्रा पर रोक: जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम करीब साढ़े पांच बजे बादल फटा। अचानक तेज आवाज आई और गुफा से सटे पहाड़ से मलबा और बड़े-बड़े बोल्‍डर पानी के साथ तेज बहाव में बहने लगे। इस बहाव में टेंटों में मौजूद कई लोग बह गए। बादल फटने के कारण अचानक आयी बाढ़ के चलते 16 लोगों की मौत हो गयी, जबकि वहां फंसे कम से कम 15,000 तीर्थयात्रियों को आधार शिविर पंजतरणी स्थानांतरित किया गया है।

प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि 30 जून 2022 को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा को इस त्रासदी के बाद स्थगित कर दिया गया है। बचाव अभियान खत्म होने के बाद इसे फिर से शुरू करने पर फैसला किया जाएगा।