पिछले साल 20 जनवरी को बिहार में शराबबंदी व नशा मुक्ति अभियान को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भागलपुर आए थे। उस वक्त उनकी यात्रा का नाम ‘चेतना यात्रा’ रखा गया था। इस बार 17 जनवरी को बाल विवाह व दहेज प्रथा के खिलाफ रविवार (21 जनवरी) को सूबे में बन रही मानव श्रृंखला में सभी लोगों को शरीक होने का न्यौता देने आए हैं। हालांकि उन्होंने इस बार अपनी इस यात्रा का नाम ‘विकास समीक्षा यात्रा’ रखा है। यह उनके पांचवें चरण के क्रम में भागलपुर के उदाहडीह गांव का दौरा है। बीते साल शराबबंदी के बाद नशा मुक्ति अभियान की शुरुआत के मद्देनजर 21 जनवरी को ही मानव कतार आयोजित की गई थी। गौरतलब है कि पिछले एक साल के दौरान बिहार की राजनीति में काफी उलट फेर हुए हैं। लेकिन नीतीश कुमार ने अपनी यात्रा में कहीं इस बात का कोई जिक्र नहीं किया। उन्होंने केवल लोगों से मानव श्रृंखला में शिरकत करने की अपील की।

हालांकि, अपने दौरे के क्रम में उदाहडीह गांव के शहीद नीलेश नयन के परिजनों से मुख्यमंत्री मिले। नीलेश वायु सेना के गरुड़ कमांडों विंग में थे। वे आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। मुख्यमंत्री ने गांव और जिले के विकास के लिए 137 करोड़ 16 लाख रुपए की 521 विकास योजनाओं की बुनियाद रखी और 112 करोड़ 80 लाख रुपए की 113 योजनाओं का उदघाटन भी किया। लेकिन नीतीश कुमार ने मुंगेर-भागलपुर रास्ते गनगनिया बेली ब्रिज, सुल्तानगंज-अगुवानी घाट गंगानदी पर पुल, भागलपुर का चंपानाला पुल, बरारी गंगानदी पर विक्रमशिला पुल के बराबर दूसरा पुल और नवगछिया विजय घाट पुल की एप्रोच रोड जैसे पहलुओं का कोई जिक्र नहीं किया। ये पुल और रोड सालों से अटके हुए हैं और यहां के लोगों की लाइफ-लाइन हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार की मुस्लिम समुदाय के लोगों को हज पर जाने के लिए मिलने वाली सब्सिडी 2018 से बंद कर देने की घोषणा का भी उन्होंने कोई जिक्र नहीं किया।

सुल्तानगंज विधान सभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व जदयू के सुबोध राय करते हैं। मगर सीएम ने बिहार में महागठबंधन टूटने और भाजपा से हाथ मिलाने के बारे में वोटरों को बताना जरूरी नहीं समझा। सैकड़ों करोड़ रुपए के सृजन घोटाले का भी उन्होंने कोई जिक्र नहीं किया। शराबबंदी और बाल विवाह व दहेज उन्मूलन और उनकी महत्वाकांक्षी योजना 7 निश्चय ही उनका मुख्य मुद्दा हैं। उनके भाषणों में इन्हीं मुद्दों पर जोर होता है। बिहार में बालू-गिट्टी की किल्लत की वजह से बीते पांच महीनों से बेरोजगार हुए हजारों दिहाड़ी मजदूरों के हालात ठीक करने पर भी उन्होंने कुछ नहीं कहा। इससे पहले उदाहडीह गांव वे 2009 में आए थे। उस वक्त विकास के कामों की हुई घोषणा की समीक्षा करना अबकी आने का मकसद बताया गया है। इस बीच आधे-अधूरे काम को जैसे-तैसे पूरा दिखाकर और सड़कों पर टांट के पैबंद लगाकर विकास दिखाकर उनका उदघाट्न करा दिया गया है।

बता दें कि सीएम घने कोहरे की वजह से तीन घंटे देर से दिन में 11 बजे की बजाए करीब 2 बजे पहुंचे और डेढ़ घंटे गांव में रहे। उसके बाद पूर्णिया के लिए रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया। कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की वजह से काफी कोशिशों के बाबजूद वैसी भीड़ नहीं जुटी, जैसी की उम्मीद थी। नीतीश की सभाओं में जीविका की दिदियों का जमावड़ा ज्यादा होता है। अधिकारियों का जोर भी जीविका समूह की दिदियों को इनकी सभा में लाने का रहता है। इसके साथ ही बेगूसराय और बक्सर में इनकी सभा में हुई गड़बड़ी, काला झंडा दिखाने और जानलेवा हमले की वजह से भागलपुर में सुरक्षा के सख्त व कड़े इंतज़ाम किए गए थे। डीएम की अनुमति से ही मंच तक जाने और फूल-मालाओं की भी गहन जांच के बाद ही उन्हें पहनाने की इजाजत दी गई। उनके साथ जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह सिंह आए थे। ये जिले के प्रभारी मंत्री हैं।

मंच पर मौजूद जदयू नेताओं, मंत्रियों और स्थानीय नेताओं ने नीतीश कुमार की बड़ाई में कसीदे पढ़े। इस बीत देर से आने की वजह से स्थानीय नेताओं को मंच पर अपने को पेश करने का खूब मौका मिला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं की ओर मुखातिब होकर कहा कि सामाजिक कुरीतियां समाज से दूर होगीं तभी समाज और बिहार आगे बढ़ेगा। शराबबंदी साम्प्रदायिक सदभाव का भी प्रतीक है। यह सभी धर्म, जाति के लिए है। साथ ही बाल विवाह और दहेज सामाजिक दानव हैं। वे बोले कि मानव श्रृंखला नशा मुक्ति, शराबबंदी की हिमायत में बनाकर जिस तरह एक जुटाता का संदेश सूबे के लोगों ने दिया उससे भी ज्यादा बड़ी कतार बनाकर अबकी भी मिसाल कायम किया जाएगा। ध्यान रहे कि बीते साल 11 हजार किलोमीटर से ज्यादा लंबी मानव श्रृंखला में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था। पटना हाई कोर्ट ने स्कूली बच्चों को श्रृंखला में शरीक होने को लेकर सख्त रुख अख्तियार किया था। अबकी भी जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने सख्त रवैया अख्तियार करते हुए जरूरी हिदायत जारी की है।