छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी को शिकस्त दी है। राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर भूपेश बघेल ने शपथ ली। जिसके बाद मंत्रीमंडल के गठन की कवायद भी तेज हो गयी है। बताया जा रहा है कि भूपेश बघेल के कैबिनेट में नए मंत्री 25 या 26 दिसंबर को शपथ ले सकते हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से खबर आ रही है कि पहली बार जीतकर आए विधायक मंत्री नहीं बनाए जाएंगे। पार्टी ने यह फैसला दिल्ली में हुई रायशुमारी के बाद लिया है। टीएस सिंह देव और ताम्रध्वज साहू कैबिनेट मंत्री की शपथ ले चुके हैं।
दरअसल, छत्तीसगढ़ में नए मुख्यमंत्री के शपथ लेने के बाद से ही मंत्रीमंडल में कौन शामिल होगा इसके लिए कवायद जारी है। राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और 2 कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव व ताम्रध्वज साहू के अलावा अब 10 और मंत्री बनाए जाने बाकी हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष की हरी झंडी मिलने के बाद लिस्ट फाइनल कर दी गई है। दिल्ली में रायशुमारी के बाद पार्टी ने यह फैसला लिया है कि पुराने और अनुभवी नेताओं को तरजीह दी जाएगी साथ ही राज्य में पहली बार जीतकर आए विधायक मंत्री नहीं बनाए जाएंगे। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया 25 दिसंबर को रायपुर आएंगे जिसके बाद शपथ ग्रहण के दिन मंत्रीमंडल में शामिल नेताओं के नाम घोषित किए जा सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में 15 सालों बाद कांग्रेस पार्टी की सत्ता में वापसी हो रही है। मुख्यमंत्री चयन के बाद पार्टी मंत्री पद के लिए संभागों के अलावा जातीय समीकरण को भी ध्यान में रख सकती है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अनुसार मंत्रीमंडल तय कर लिया गया है साथ ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के नाम भी फाइनल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अब राज्यपाल से शपथ ग्रहण के लिए समय मांगकर तारीख तय करेंगे। मंत्री बनने वाले नामों में अनिला भेड़िया, अकबर, उमेश,धनेंद्र, मोहम्मद अकबर, अरुण वोरा, शिव डहरिया, उमेश पटेल, रविन्द्र चौबे आदि की चर्चा है।