IIT Bombay News: IIT बॉम्बे में पढ़ने की इच्छा तो कई छात्रों की होती है, वहां से हासिल की गई डिग्री की वैल्यू हर कोई समझता है। लेकिन वहां तक पहुंचना भी मुश्किल होता है, वो प्रक्रिया काफी जटिल रहती है। लेकिन एक ऐसे लड़की की कहानी सामने आई है जिसने 10वीं में तो मात्र 48 फीसदी नंबर हासिल किए, लेकिन वो चोरी-छिपे 20 दिनों तक IIT बॉम्बे में घूमता रहा, उसने वहां लेक्चर भी अटेंड कर लिए।
IIT Bombay में कैसे घुसा लड़का?
इस लड़के का नाम बिलाल अहमद टेली है जो मैंग्लोर का रहने वाला है। किसी एक दिन के सेशन के लिए टेली IIT बॉम्बे आया था, उसका ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन कई लोगों ने किया था। लेकिन टेली उसके बाद उसी कैंपस में रुक गया और कई दिनों तक वहां दिन में लेक्चर अटेंड करता रहा। एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट की एक महिला को कुछ संदिग्ध लगा भी, उसकी आईडी भी मांगी गई, लेकिन तब वो वहां से भाग गया। बताया जा रहा है कि यह युवक दिन में लेक्चर अटेंड कर रहा था और रात में कैंपस के ही एक सोफे पर सो जाता था।
21 मेल आईडी बनाने के पीछे क्या मकसद?
बीच में कुछ दिनों के लिए वो सूरत भी गया था, वहां अपने रिश्तेदारों से मिला और फिर वापस आराम से कैंपस में एंट्री कर गया। पुलिस को अभी यह वाली बात भी खटक रही है कि आखिर टेली बीच में कुछ दिनों के लिए सूरत क्यों गया था और फिर वापस उसकी एंट्री कैसे हो गई? पुलिस की जांच में पता चला है कि टेली ने कैंपस में रहकर वहां के एंट्री-एग्जिट प्वाइंट्स पर पैनी नजर रखी थी, उसने अपनी 21 मेल आईडी भी बनाई थी और टेलीग्राम का ज्यादा इस्तेमाल किया।
पुलिस का मानना है कि टेली ने पूरी कोशिश की है कि किसी भी तरीके का डिजिटल सबूत ना छोड़ दिया जाए। लेकिन उसकी वही चालाकी उस पर भारी भी पड़ी है। एक तरफ तो वो पुलिस को कह रहा है कि वो हमेशा से ही अपने नाम के पीछे IITian का टैग चाहता था तो वहीं दूसरी तरफ 21 मेल आईडी इस्तेमाल करने के पीछे क्या लॉजिक रहा? पुलिस के लिए सबसे बड़ा जांच का पहलू यह है कि क्या IIT बॉम्बे की सुरक्षा को कोई खतरा है? जो लड़का मैंग्लोर में रहता है, वो किसी भी पास के IIT कैंपस में जा सकता था, आखिर मुंबई आने का फैसला क्यों?
Mohamed Thaver की रिपोर्ट