Violence between TMC and BJP: गुरुवार को बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी हुगली जिले के तारकेश्वर में एक रैली कर रहे थे। इस रैली के दौरान उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। रैली के दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए और नारेबाजी की। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़प हो गई और दोनों गुटो ने एक दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया।
इस हिंसक झड़प के दौरान 10 लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। घायलों में से तीन लोगों को ज्यादा चोंटें आई हैं उन्हें तारकेश्वर ग्रामीण अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। जबकि 7 लोगों को मामुली रूप से चोट आई थी जिनका प्राथमिक उपचार करके उन्हें घर भेज दिया गया है। यह घटना तब हुई जब बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी एक राजनीतिक सभा को संबोधित करने के लिए तारकेश्वर गए और कथित तौर पर टीएमसी के लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाए।
BJP का TMC पर आरोप
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि टीएमसी कार्यकर्ता रैली को बाधित करने की कोशिश कर रहे थे। ये रैली भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर टीएमसी शासन की आलोचना करने के लिए आयोजित की गई थी, वरिष्ठ नेता राहुल सिन्हा ने भी आरोप लगाया कि प्रतिभागियों पर पथराव भी किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि लोगों के एक समूह ने जुलूस में काले झंडे लहराए, जिसके बाद भगवा पार्टी के सदस्यों ने आंदोलनकारियों पर आरोप लगाया।
रैली में एक हजार से ज्यादा गुंडों ने किया पथरावः शुभेंदु अधिकारी
मीडिया से बात करते हुए, शुभेंदु अधिकारी ने कहा,“उन्होंने हम पर पथराव किया। हम पर कम से कम पांच पत्थर फेंके गए। यहां एक हजार से ज्यादा गुंडे घुसे। आज जो हुआ उसके लिए पुलिस जिम्मेदार है।” वहीं बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने बताया, “भगवा पार्टी के सदस्य 13 सितंबर को ‘नबन्ना अभियान’ से सचिवालय तक रैली निकालने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में रैलियां निकाल रहे हैं।”
TMC ने BJP के आरोपों से किया इनकार
वहीं टीएमसी ने राहुल सिन्हा के आरोपों से इनकार कर दिया। टीएमसी के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने कहा कि यह बीजेपी थी जिसने दिन के दौरान तारकेश्वर में गड़बड़ी पैदा की। उन्होंने कहा, ‘भाजपा जानती है कि उसका कोई जनाधार नहीं है। इसलिए, वे अशांति फैलाने और बंगाल में अराजकता पैदा करने के लिए बेताब हैं। टीएमसी कार्यकर्ता आज की घटना में किसी भी तरह से शामिल नहीं थे।”