Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के संगूर में एमईएस फिल्ट्रेशन प्लांट में क्लोरीन गैस लीक हो गई। यह गैस लीकेज स्कूल और करण नगर इलाके के पास हुआ। रिसाव की वजह से किसी के भी बीमार होने की सूचना नहीं है। उधमपुर के फायर एंड इमरजेंसी डिपार्टमेंट, जम्मू और कश्मीर एसडीआरएफ की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को तुरंत रेस्क्यू करना शुरू किया।

स्कूल के बच्चों और स्थानीय लोगों को गैस लीकेज वाली जगह से बिल्कुल दूर ले जाया गया। लीकेज को रोकने के लिए हर तरह की कोशिश की जा रही है। साथ ही, घटना किस वजह से हुई, इसकी भी जांच की जा रही है।

गैस रिसाव के कारणों की जांच जारी

फायर एंड इमरजेंसी डिपार्टमेंट उधमपुर-रियासी कमांड के सर्वेश लंगर ने कहा कि संगूर के पास में गैस लीक हुई है। क्लोरीन गैस के लीकेज को रोकना बहुत जरूरी है। आसपास के लोगों का रेस्क्यू किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारा यही प्रयास है कि अगर कोई गैस लीक हुई है तो उसको पानी के जरिये खत्म किया जाए। उन्होंने कहा कि हम आगे की जांच कर रहे हैं। हम पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ये गैस का रिसाव किन खामियों के चलते हुआ।

क्या होती है क्लोरीन गैस?

सबसे पहले ये जान लेते हैं कि आखिर क्लोरीन गैस होती क्या है। तो बता दें कि ये गैस पीले और हरे रंग की हवा से भी हल्की गैस होती है। जो एसिड के साथ ब्लीच (सोडियम हाइपोक्लोराइट) को मिलाने पर बनती है। ये धरती के साथ ही समुद्र में भी पाई जाती है। क्लोरीन का इस्तेमाल आमतौर पर कीटनाशक की तरह किया जाता है। वहीं इंडस्ट्रियल कामों में भी इसे इस्तेमाल में लाया जाता है। धुलाई के कामों में ये ब्लीचिंग एजेंट के रूप में काम करती है। इतना ही नहीं क्लोरीन गैस बहुत ही जहरीली होती है और इससे सांस लेने में बहुत ही कठिनाई होती है। वहीं अगर किसी भी गंभीर मामलों में ज्यादा समय तक क्लोरीन के संपर्क में रहा जाए तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है।