पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाने के बाद रंगदारी के मामले में गिरफ्तार की गई लॉ स्टूडेंट को ”इंसाफ” दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने सोमवार (30 सितंबर) को शाहजहांपुर से लखनऊ तक ”न्याय यात्रा” निकालने का फैसला किया था। हालांकि, यह यात्रा शुरू होने से पहले ही पुलिस ने कांग्रेस के दिग्गज नेताओं समेत 80 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस विधानमण्डल दल की उप नेता आराधना मिश्रा ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किए गए चिन्मयानंद की मदद कर रही है। सरकार ने उन पर आरोप लगाने वाली छात्रा पर रंगदारी का मुकदमा दर्ज कराकर गिरफ्तार करा दिया ताकि चिन्मयानंद के खिलाफ मामले को कमजोर किया जा सके।
शाहजहांपुर से लखनऊ के बीच निकाली जाएगी यात्राः उन्होंने कहा कि कांग्रेस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए आज शाहजहांपुर से लखनऊ के बीच ”न्याय यात्रा” के नाम से 180 किलोमीटर की पदयात्रा निकालेगी। इसमे प्रदेश कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे। कल महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव इस यात्रा में शामिल होंगी। समय-समय पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अन्य नेता भी पदयात्रा में शामिल होंगे।
कांग्रेस विधायक ने प्रदेश सरकार पर लगाया आरोपः कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि उन्नाव से लेकर शाहजहांपुर तक प्रदेश सरकार पूरी तरह बलात्कारियों के साथ खड़ी दिखाई दे रही है और मुकदमा करने वालों को पूरी तरह से खत्म करने का संकल्प लिए हुए हैं। यही वजह है कि उन्नाव में पीड़िता और उसके वकील की हत्या करने का प्रयास किया गया और शाहजहांपुर में पीड़िता पर रंगदारी का मामला दर्ज कर कृष्णपाल सिंह उर्फ चिन्मयानन्द को बचाने की पुरजोर कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग कीः उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मांग है कि चिन्मयानंद बलात्कार मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में की जाए ताकि तत्काल प्रभाव से आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो। आराधना ने कहा कि पीड़िता को इंसाफ दिलाना पार्टी की प्राथमिक जिम्मेदारी है और कांग्रेस यह लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ेगी। इस जंग का आगाज 30 सितम्बर को शाहजहांपुर से हो रहा है।