डोकलाम गतिरोध सुलटने के बावजूद चीन का छाया युद्ध जारी है। अब चीन ने अपने देश में बनाए गए ग्लोब (पृथ्वी का नमूना) में भारत के कुछ हिस्सों को अपना बताया है, अन्य कुछ हिस्सों के विवादित क्षेत्र होने का दावा किया है। यह ग्लोब यूरोपीय बाजारों में बिक्री के लिए चीनी कंपनियों ने भेजा है। इस ग्लोब में कश्मीर को विवादित स्थान बताया गया है और अरुणाचल प्रदेश को चीन ने अपना हिस्सा बताया है। अमेरिका और कनाडा के बाजारों में इस तरह का चीन निर्मित ग्लोब देखकर भारतीय समुदाय के लोगों ने विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर फोटोग्राफ भेजे हैं। इस तरह के ग्लोब के भारतीय बाजारों में भी पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इसके मद्देनजर विदेश मंत्रालय ने गृह व वाणिज्य मंत्रालय को जानकारी भेजी है।
कनाडा में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों ने विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री को टैग करते हुए फोटोग्राफ भेजे हैं। इस तरह का ग्लोब कनाडा के मशहूर कॉस्टको स्टोर पर बिकते देखा गया है। कॉस्टको मल्टी बिलियन डॉलर की ग्लोबल रिटेल चेन है और इसका कामकाज आठ देशों में फैला है। ट्वीट करने वाले एक व्यक्ति ने यह दावा किया है कि यह ग्लोब कॉस्टको के सभी स्टोर्स पर बिक रहा है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने गृह मंत्रालय को इस बाबत जानकारी भेजी है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर कोई बयान जारी नहीं किया है। डोकलाम गतिरोध के बाद यह दूसरी बार है कि चीन ने भारत के नक्शे में छेड़छाड़ की है। इसके पहले वहां के विदेश मंत्रालय ने अपने दस्तावेज में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा व अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताते हुए नक्शा जारी कर दिया था, जिसे लेकर भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ समेत विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आपत्ति जताई थी।