छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार (29 जून 2019) को एक कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए रो पड़े। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में हुए इस कार्यक्रम में राज्य के नए प्रदेश अध्यक्ष को मोहन मरकाम को जिम्मेदार सौंपते हुए वह कांग्रेस के संघर्ष याद कर रहे थे। बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद के लिए योग्य नेता की तलाश की जा रही थी। बघेल ने प्रदेश अध्यक्ष का पदभार 1 जून 2014 को संभाला था। पद को छोड़ते हुए उनकी आंखों से आंसू आ गए।

उन्होंने 2014 के बाद पार्टी के संघर्ष और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं कें संघर्ष का जिक्र किया। उन्होंने कहा लोकसभा चुनाव 2014 के बाद कांग्रेस के साथियों ने संघर्ष का रास्ता अपनाया। सचिव गिरीश देवांगन के बारे में बोलते-बोलते वह और ज्यादा भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि हमने अपने घोषणापत्र में शामिल कुछ वादों को पूरा किया है आने वाले समय में बाकी बचे वादों को भी पूरा करेंगे। इस दौरान वहां मौजूद कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाए।

मेरे काम करने का तरीका अलग होगा: नए प्रदेश अध्यक्ष मरकाम ने कहा पार्टी के लिए काम करने का उनका अलग तरीका होगा। मैं इस पर फोकस करूंगा कि कांग्रेस को अगले 15 साल तक कैसे सत्ता में रखा जाए। सीएम बघेल का प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर कार्यकाल याद आएगा। बता दें कि मरकाम को शुक्रवार (28 जून 2019) को पार्टी आलाकमान ने यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। मोहन मरकाम इस बार भी कोंडागांव से विधायक चुने गए हैं। वे दूसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे हैं।