छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में हाथी द्वारा एक परिवार पर हमला करने का मामला सामने आया है। इस घटना की जानकारी शनिवार (1 जून) को वन विभाग ने दी। डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ) कृष्ण कुमार जाधव ने बताया कि यह घटना शुक्रवार (31 मई) को देर रात बादालखोल वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के बाहरी इलाके स्थित रामशमा गांव के पास हुई। जाधव ने बताया कि हाथी ने पीड़ित विश्वनाथ चौहान और उनके परिवार पर जब हमला किया तब वे सो रहे थे। यही नहीं हाथी ने उनके कच्चे मकान को भी पूरी तरह तबाह कर दिया। इस हमले में चौहान की बेटी ललिता की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं उनकी पत्नी और सात साल की बेटी वर्षा को चोटें आई हैं।

खतरे से बाहर पीड़ित महिलाएंः सूचना मिलने के बाद पुलिस और वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद उन्हें नजदीकी बगीचा हेल्थकेयर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वन अधिकारी जाधव ने बताया कि पीड़ित महिलाएं खतरे से बाहर हैं।

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पहले भी सामने आ चुके हैं कई मामलेः बता दें पिछले एक महीने में जशपुर जिले में हाथी द्वारा किए गए हमलों में अब तक चार लोगों की जान जा चुकी है। इससे पहले शुक्रवार (28 मई) को भी हाथियों के एक झुंड ने तपकारा इलाके में एक बीएसएफ जवान पर हमला कर दिया था। डीएफओ ने बताया कि हाथियों के चार झुंडों को कुनकुरी, तपकारा, नारायणपुर और पत्थलगांव क्षेत्रों में घूमते हुए देखा गया है और वन कर्मियों को सतर्क रहने को कहा गया है।

हाथियों के मूवमेंट पर रखी जाएगी नजरः वन अधिकारी जाधव ने बताया कि झारखंड और ओडिशा के वन अधिकारियों को सीमा पार हाथियों के मूवमेंट के बारे में जानकारी साझा करने को कहा गया है। बता दें उत्तरी-छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में मानव-हाथी संघर्ष आम है, इससे प्रभावित इलाकों में सरगुजा, सूरजपुर, कोरबा, रायगढ़, जशपुर, बलरामपुर और कोरिया जिले शामिल हैं।