छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार जोर-शोर से जारी है। लेकिन इस चुनाव प्रचार में जो चौंकाने वाली बात सामने आयी है, वो ये है कि चुनाव प्रचार के पोस्टरों में मुख्यमंत्री रमन सिंह का कद पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से बड़ा नजर आ रहा है। बता दें कि सत्ता में आने के बाद से भाजपा ने अधिकतर विधानसभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे को आगे रखकर ही लड़े हैं। फिर बात चाहे बिहार विधानसभा चुनाव, महाराष्ट्र या यूपी चुनाव की ही क्यों ना हो। लेकिन छत्तीसगढ़ में स्थिति थोड़ी बदली नजर आ रही है। राज्य विधानसभा चुनाव में रमन सिंह ड्राइविंग सीट पर नजर आ रहे हैं। भाजपा के चुनाव प्रचार होर्डिंगों में रमन सिंह मुख्य चेहरा बने हुए हैं, वहीं पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को कोने में जगह दी गई है। कुछ होर्डिंग्स से तो भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गायब ही हैं।
भाजपा की इस रणनीति ने सभी को हैरान किया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में भाजपा पिछले 15 सालों से सत्ता में हैं और इस बार उसे एंटी इन्कमबेंसी का डर सता रहा है। हालांकि कांग्रेस के पास कोई लोकप्रिय चेहरा नहीं है। वहीं भाजपा के पास मुख्यमंत्री रमन सिंह के रुप में लोकप्रिय नेता है। साथ ही पीएम मोदी और अमित शाह तो है हीं। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में चूंकि स्थानीय मुद्दे ज्यादा अहमियत रखते हैं और राष्ट्रीय मुद्दे शायद कहीं पीछे छूट जाते हैं। ऐसे में हो सकता है कि भाजपा रणनीति के तहत डॉ. रमन सिंह को आगे रखकर छत्तीसगढ़ की जनता को लुभाने का प्रयास कर रही है।
हालांकि यहां ये बातें भी ध्यान देने वाली हैं कि पीएम मोदी की छत्तीसगढ़ में चुनावी रैलियां भी काफी कम रखी गई हैं। जबकि अन्य राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान पीएम मोदी ने कई रैलियां कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की थी। राजनीति के जानकारों का मानना है कि कांग्रेस जिस तरह से पीएम मोदी पर हमलावर है, ऐसे में पार्टी छत्तीसगढ़ में यह मौका नहीं देना चाहती कि यहां भी इसका असर पड़े। भाजपा कोशिश कर रही है कि राज्य में टक्कर रमन सिंह और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के बीच करायी जाए। जिसका पार्टी को फायदा मिलने की उम्मीद है। बहरहाल इस बार भाजपा की राह थोड़ी मुश्किल जरुर दिखाई दे रही है, लेकिन भाजपा को पूरी उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ में चौथी बार भी भाजपा की सरकार ही बनेगी।