छत्तीसगढ़ के बस्तर से बीजेपी सांसद दिनेश कश्यप ने आरक्षण को लेकर काफी हैरान करने वाला बयान दिया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक कश्यप का कहना है कि जो लोग धर्म और जाति बदल लेते हैं, उन्हें आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने विशेषकर आदिवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे लोग जो अपना धर्म बदल लेते हैं उन्हें सरकारी सुविधाओं में लाभ नहीं मिलना चाहिए।

बीजेपी सांसद ने जगदलपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘परिवर्तन एक बड़ी समस्या है। ऐसे आदिवासी जिन्होंने अपना धर्म बदल लिया है, उन्हें विभिन्न सरकारी सुविधाओं में लाभ नहीं मिलना चाहिए।’ हालांकि बाद में कश्यप ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि यह उनका व्यक्तिगत विचार है। उन्होंने कहा, ‘यह मेरा खुद का विचार है। जो लोग धर्म परिवर्तन कर लेते हैं, जाति बदल लेते हैं, उनको आरक्षण और सरकार की अन्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिलना चाहिए। मुझे लगता है कि इसका पालन किया जाना चाहिए। ऐसा होने पर परिवर्तन के केसों की संख्या में भारी कमी देखने को मिलेगी।’

बीजेपी सांसद का यह बयान झारखंड पुलिस द्वारा स्थानीय निवासियों का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश करने वाले 16 पादरियों की गिरफ्तारी के बाद आया है। हाल ही में झारखंड पुलिस ने कथित तौर पर ऐसे 16 पादरियों को गिरफ्तार किया है, जो स्थानीय निवासियों को इसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर कर रहे थे। सभी पादरियों के ऊपर धर्म की स्वतंत्रता एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। यह एक्ट पिछले साल सितंबर में लागू हुआ था। जहां छत्तीसगढ़ के सांसद ने इस तरह का बयान दिया है तो वहीं कुरुक्षेत्र से लोकसभा सांसद और बीजेपी नेता राज कुमार सैनी का कहना है कि पार्टी के लिए दलित और आदिवासियों ने चुनाव में वोट किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए दलित और आदिवासियों ने वोट दिया था, लेकिन वह दलित-आदिवासियों के हितों की रक्षा करने में नाकाम रहे।