हममें से लगभग शायद ही कोई ऐसा हो जिसने साल 1967 में आई फिल्म ‘उपकार’ का वो गाना ना सुना हो जिसके बोल थे, कसमें वादे प्यार वफा सब बातें हैं … इस गाने में एक पंक्ति ये भी आती है … देते हैं भगवान को धोखा इंसा को क्या छोड़ेंगे… कल्याण जी आनंद जी की लिखी गई ये पंक्तियां आज अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में चंदा देने वालों पर पूरी तरह से चरितार्थ होती हैं। कुछ ऐसा ही हुआ है अयोध्या में बन रहे भगवान राम के मंदिर में दानदाताओं के दान का। राममंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की दी गई जानकारी के मुताबिक राम मंदिर के लिए दान किए गए पैसों में से बहुत से चेक बाउंस हो गए हैं। बाउंस चेकों की धनराशि अगर जोड़ी जाए तो वो भी काफी ज्यादा है।

राम मंदिर के लिए दान किए पैसों में से जो चेक बाउंस हुए हैं ऐसे कुल चेकों का मूल्य 22 करोड़ रूपये। ये ऐसे दानदाता हैं जिन्होंने खुले आम भगवान को धोखा दिया है। इस बात की जानकारी तब सामने आई जब रामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट की ओर से जारी किए गए निधि समर्पण अभियान के बारे में अब तक आई दान की धनराशि के बारे में बातचीत हुई। हिन्दुस्तान हिन्दी की वेबसाइट के मुताबिक निधि समर्पण अभियान में अब तक कुल 5457.94 करोड़ की धनराशि इकट्ठा हो चुकी है।

बाउंस चेकों को लेकर बनेगी अलग रिपोर्ट
हालांकि अभी इस धनराशि को अभी अंतिम संख्या नहीं कहा जा सकता है ऐसा इसलिए है क्योंकि अभी जनपदों के हिसाब से इन पैसों का ऑडिट पूरा नहीं हुआ है। बहरहाल अभी तक के लिए एक अनुमानित रिपोर्ट सामने आई है जिसके मुताबिक भगवान श्रीराम के मंदिर के लिए दान करने वाले दानदाताओं के लगभग 22 करोड़ रूपयों के चेक बाउंस हो गए हैं। अब इन बाउंस चेकों को अलग करते हुए एक अलग रिपोर्ट बनाई जाएगी जिसके बाद ये तय होगा कि कितना धन अभी तक चंदे के माध्यम से इकट्ठा हुआ है।

चेक बाउंस होने की वजहों की होगी जांच
इस रिपोर्ट में इस बात का भी पता लगाया जाएगा कि चेक किस वजह से बाउंस हुए हैं। अगर ये चेक बैंक की तकनीकि वजहों से बाउंस हुए हैं तो फिर इन्हें दान दाताओं के साथ बैठकर फिर से बैंक भेजा जाएगा। इस रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल अभी तक कूपनों और रसीदों के जरिए 2253.97 करोड़ रूपये इकट्ठा हुआ है। इसी तरह से डिजिटल माध्यमों से आए पेमेंड का में कुल 2753.97 करोड़ और इसके अलावा SBI, PNB और BOB के सेविंग अकाउंट्स में लगभग 450 करोड़ रूपयों की धनराशि इकट्ठा हुई है।