कृषि कानूनों को लेकर पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने बड़ा ऐलान कर दिया है। विधानसभा के बुलाए गए स्पेशल सेशन में पंजाब सरकार इन तीन नए कृषि कानूनों को रद्द करने का प्रस्ताव लाने वाली है।

पंजाब सीएम ने इसके लिए सीधे संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बलवीर राजेवाल से बात की है। उन्होंने किसान संगठन से ही कानून को लेकर प्रस्ताव मांगा है। सीएम ने कहा कि वो केंद्र के कृषि कानून को सिरे से रद्द कर रहे हैं। पंजाब किसानों के हित में क्या होगा, उसकी सारी जानकारी किसान संगठन हमें लिखकर दे। उन्होंने कहा- “मोर्चा के किसी भी प्वाइंट को हम नहीं काटेंगे, जस का तस पास कर देंगे। एक बिंदी तक भी नहीं हटाई जाएगी, जो किसान लिखकर देंगे, हम उसको पास कर देंगे”।

चन्नी ने इस बातचीत का वीडियो अपने ट्विटर पर भी डाला है। इस दौरान चन्नी ये बोलते सुने जा रहे हैं कि ये काम पहले हो जाना चाहिए, हो सकता हो पहले वालों को सरकार का डर हो, लेकिन उन्हें सरकार की फिक्र नहीं है। वो केंद्र के कानून को रद्द कर देंगे।

चन्नी ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद तीन कृषि कानूनों और अधिसूचना को “निरस्त” करने के लिए 8 नवंबर को विधानसभा के विशेष सत्र बुलाने की घोषणा की। मीटिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए चन्नी ने कहा कि अगर केंद्र 8 नवंबर तक तीन कृषि कानूनों को रद्द नहीं करता है, तो पंजाब कैबिनेट 8 नवंबर को बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान राज्य में इसे “निरस्त” करने के लिए एक प्रस्ताव पारित करेगी। अब पंजाब में चुनाव से पहले चन्नी का ये फैसला एक बड़ा सियासी दाव माना जा रहा है।

किसान तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले साल 26 नवंबर से कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान कई किसानों की मौत भी हो चुकी है। किसान नेताओं और केंद्र के बीच कई दौर की बातचीत भी हुई है लेकिन गतिरोध अभी भी बना हुआ है।