एबीपी न्यूज चैनल की खबर के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने पंजाब में चुनाव प्रचार के लिए जिन स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है उनमें पार्टी नेता कुमार विश्वास का नाम नहीं है। उसके मुताबिक आम आदमी पार्टी पंजाब के इंचार्ज संजय सिंह ने कहा कि विश्वास को गोवा में मौका दिया जाएगा। लेकिन आम आदमी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर उसके एक वॉलंटियर दीपक वाजपेयी ने लिखा है कि मीडिया का एक धड़ा झूठी खबरें चला रहा है कि पंजाब में स्टार कैंपेनर्स की लिस्ट में कुमार विश्वास का नाम नहीं है। उन्होंने लिखा कि एबीपी न्यूज चैनल को झूठे सर्वे के बाद कोई झूठी लिस्ट मिली है। कुमार विश्वास हमारे स्टार कैंपेनर हैं। उन्होंने चैनल को नसीहत देते हुए लिखा कि आप चुनाव आयोग से पूछ लीजिए हमें अपने स्टार कैंपेनर्स की लिस्ट अभी चुनाव आयोग को सौंपनी है और कुमार विश्वास का नाम लिस्ट में है। उनके इस ट्वीट को आम आदमी पार्टी ने रीट्वीट किया है।

आपको बता दें कि स्टार प्रचारकों में पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के अलावा दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन शामिल हैं। केजरीवाल के अलावा दिल्ली सरकार के आधे से ज्यादा मंत्री पंजाब चुनावों में प्रचार की जिम्मेदारी संभालेंगे। पार्टी सूत्रों का दावा है कि आम आदमी पार्टी पंजाब में लगभग 500 से ज्यादा छोटी नुक्कड़ सभाएं करेगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक आप पंजाब में बड़ी रैलियों से परहेज करते हुए अब छोटी सभाएं और नुक्कड़ सभाओं पर ध्यान देगी जिससे एक दिन में किसी विधानसभा में ज्यादा से ज्यादा इलाकों का दौरा हो सके। केजरीवाल समेत हर स्टार प्रचारक को एक दिन में औसतन 4 से 5 नुक्कड़ सभाओं की जिम्मेदारी दी गई है।

सूत्रों के मुताबिक मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और कपिल मिश्रा को आम आदमी पार्टी गोवा में भी स्टार प्रचारक के तौर पर उतारेगी। जाहिर है 4 फरवरी तक दिल्ली के ज्यादातर मंत्री गोवा और पंजाब में चुनावों में बिजी रहेंगे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इन मंत्रियों का दौरा छोटा होगा जिससे दिल्ली में सरकार के कामकाज पर असर ना पड़े। दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय और इमरान हुसैन दिल्ली में ही बने रहेंगे, जिससे सरकार का कामकाज प्रभावित ना हो। पंजाब के लिए दिल्ली के कई विधायकों को भी स्टार प्रचारक के रूप में पंजाब में उतारा जाएगा। गोवा में भी पार्टी कई विधायकों और मंत्रियों के जरिए अपने दिल्ली मॉडल के जरिए वोटरों को लुभाने की कोशिश करेगी।