खुद को बाबा बताने वाले वीरेंद्र देव दीक्षित की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (सीबीआई) ने दिल्ली में बुधवार को उसके खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज किए हैं। जबकि, वीरेंद्र देव अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस उसकी धरपकड़ के लिए लगातार दबिश दे रही है। बता दें कि वीरेंद्र देव दीक्षित पर आश्रम में लड़कियों को बंधक बनाकर रखने और वहां उनके साथ बलात्कार करने का आरोप है। बीते साल दिसंबर में नई दिल्ली के रोहिणी इलाके से उसके आश्रम से कई लड़कियों को आजाद कराया गया था। वे लंबे वक्त से बंधक बना कर रखी गई थीं, जहां उन पर रोज उनकी इज्जत के साथ खिलवाड़ किया जाता था। यह मामला एक युवती की शिकायत पर सामने आया। जानकारी होने पर दिल्ली पुलिस ने वीरेंद्र देव दीक्षित पर बलात्कार का मुकदमा दर्ज किया था। पीड़िता का आरोप था कि 2000 में उसके साथ वीरेंद्र देव ने जबरदस्ती की थी। वह आश्रम में रहने वाली अन्य लड़कियों की इज्जत के साथ खेलता था। जानकारी पर पुलिस ने तकरीबन 50 लड़कियों को रिहा कराया था। बाबा के देशभर में आश्रमों पर इसके बाद छापेमारी की गई थी।

आध्यात्मिक यूनिवर्सिटी के नाम पर चल रहे आश्रम में यौन शोषण के मामले में 23 दिसंबर को बड़ी कार्रवाई हुई थी। पुलिस ने यूपी के फर्रुखाबाद में वीरेंद्र दीक्षित के आश्रम से एक और युवती को आजाद कराया था। पुलिस को वहां तहखाने भी मिले। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक वीरेंद्र देव दीक्षित के पांच आश्रमों से 150 महिलाओं और युवतियों को आजाद कराया जा चुका है। चौंकाने वाली बात यह है कि जिन्हें आजाद कराया गया है, उनमें 40 से ज्यादा लड़की नाबालिग हैं। वहीं, आरोपी वीरेंद्र को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। हालांकि, हाईकोर्ट ने उसे चार जनवरी को कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है।

आश्रम के संस्थापक आरोपी बाबा वीरेंद्र ने देशभर में इस तरह के आश्रम खोल रखे हैं जहां पर प्रत्येक आयु की लड़कियां रहती हैं। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि आरोपी बाबा भगवान कृष्ण की तरह 16 हजार पत्नियां बनाना चाहता था। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि बाबा के आश्रम में रहने वाली लड़कियों के मुताबिक आरोपी बाबा रोजाना 10 लड़कियों का रेप करता था। इतना ही नहीं, आरोपी लड़कियों के बारे में यह भी जानकारी रखता था कि उन्हें पहला मासिक धर्म कब आता है। जैसे ही किसी लड़की को मासिक धर्म होता तो आरोपी उसे अपने कमरे में ले जाता था, जहां पर वह उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता था। बाबा के एक पुराने अनुयायी ने मेल टुडे को बताया कि बाबा नशे का आदी था। आरोपी बाबा लड़कियों के द्वारा दूषित नहीं होना चाहता था, इसलिए वह हमेशा अपने साथ कंडोम रखता था। बाबा ने अपने लिए एक अनुयायी रखा था जो कि आरोपी के लिए केवल कंडोम लाने का काम किया करता था।