गृह मंत्रालय के अधिकारी आनंद जोशी के खिलाफ जांच में जिन एनजीओ के प्रतिनिधियों का नाम सामने आया है, उनसे सीबीआइ पूछताछ कर सकती है। जोशी पर मनमाने तरीके से विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में नोटिस जारी करने का आरोप है। सीबीआइ सूत्रों ने कहा कि एजंसी ने मंगलवार (17 मई) को गृह मंत्रालय में एफसीआरए शाखा का दौरा किया और मामले से संबंधित रिकॉर्ड देखे जिन्हें एजंसी अपने कब्जे में लेगी। एजंसी ने आरोप लगाया है कि केयर इंडिया, स्नेहालय चैरिटेबल ट्रस्ट, इंडियन एचआइवी एड्स अलायंस और ऑल इंडिया प्राइमरी टीचर्स फेडरेशन जैसे संगठनों की फाइलों को उनसे बरामद किया गया है।
सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय के अन्य अधिकारियों की भूमिका भी जांच के दायरे में है लेकिन अवर सचिव जोशी से पूछताछ और रिकॉर्ड की जांच पर ही कोई कार्रवाई निर्भर करेगी। सीबीआइ का दावा है कि इन संगठनों के कुछ प्रतिनिधियों को बुलाया गया और जोशी ने इनसे कुछ अवैध रिश्वत मांगी और हासिल की। सूत्रों ने कहा कि एजंसी गृह मंत्रालय से बरामद रिकॉर्ड को जोशी के समक्ष रख कर उनसे पूछताछ करेगी। जोशी गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित अपने घर से 11 मई की सुबह लापता हो गए थे और रविवार को उन्हें पश्चिम दिल्ली के तिलक नगर से पकड़ कर पूछताछ के लिए सीबीआइ मुख्यालय ले जाया गया था।
सीबीआइ की विशेष अपराध शाखा की पूछताछ में उन्होंने ठोस जवाब नहीं दिए, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें तीस्ता सीतलवाड़ के सबरंग ट्रस्ट से जुड़ी फाइलों के गायब होने के बारे में भी उनसे पूछा गया था। जोशी और कुछ अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार में शामिल रहने और कई एनजीओ को मनमाने तरीके से नोटिस जारी करने के लिए मामला दर्ज किया गया। ये एनजीओ विदेशी चंदा विनियमन कानून (एफसीआरए) के तहत पंजीकृत हैं और इन्हें विदेशों से चंदा मिलता है।
