JKSSB Scam: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार (19 अक्टूबर) को जम्मू-कश्मीर पुलिस में सब-इंस्पेक्टर की भर्ती के लिए प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में बीएसएफ के एक कमांडेंट को गिरफ्तार किया, हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इंडियन एक्स्प्रेस के सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार बीएसएफ अधिकारी की पहचान जम्मू शहर के बाहरी इलाके में स्थित पलौरा में बीएसएफ फ्रंटियर्स मुख्यालय के एक चिकित्सा अधिकारी डॉ करनैल सिंह के रूप में की है। अब उसे सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। सीबीआई ने एफआईआर में जम्मू-कश्मीर के अखनूर में एक कोचिंग सेंटर के मालिक और बेंगलुरु की एक कंपनी के मालिक अविनाश गुप्ता का भी नाम लिया है।

सूत्रों ने कहा कि सीबीआई अधिकारियों द्वारा पूछताछ के दौरान संतोषजनक जवाब नहीं देने के बाद उन्हें बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी की जानकारी बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है। सीबीआई द्वारा 3 अगस्त को मामले में मामला दर्ज करने के बाद से यह नौवीं गिरफ्तारी है। अन्य आठ में जम्मू-कश्मीर पुलिस चयन ग्रेड कांस्टेबल रमन शर्मा, एक सरकारी शिक्षक, एक भारतीय रिजर्व पुलिस कर्मी, एक पूर्व सीआरपीएफ कर्मी, अखनूर के दो निवासी शामिल हैं और हरियाणा के दो लोग शामिल हैं। विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में छापेमारी करने के बाद, सीबीआई ने 33 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

4 जून को आए थे परिणाम, घोटाले के बाद रद्द किये गए

इसमें तत्कालीन सदस्य और जम्मू-कश्मीर राज्य सेवा भर्ती बोर्ड (J & KSSRB) के एक अनुभाग अधिकारी और एक निजी कोचिंग संस्थान के मालिक शामिल थे। J&KSSRB द्वारा परीक्षा आयोजित करने और सूची को अंतिम रूप देने के बाद J&K गृह विभाग ने 4 जून को 1,200 उप-निरीक्षकों की मेरिट लिस्ट जारी की थी। हालांकि, भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद ये भर्ती विवादों में घिर गई थी, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने आंतरिक जांच का आदेश दिया और जारी किए गए कैंडिडेट्स के नामों की लिस्ट को रद्द कर दिया गया। बाद में, इस मामले की जांच को सीबीआई को सौंप दिया गया।

जानिए कब आयोजित की गई थी सब इंस्पेक्टर भर्ती की परीक्षा

जम्मू-कश्मीर सब इस्पेंक्टर भर्ती की परीक्षा जेकेएससबी ने 27 मार्च 2020 को आयोजित की थी। सब इंस्पेक्टर के पद के लिए इस परीक्षा में 97000 उम्मीदवारों ने अप्लाई किया था। 4 जून 2022 को इस परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया था, जिसमें 1200 अभ्यर्थी सफल हुए थे। बाद में सीबीआई को इस परीक्षा के संबंध में शिकायत मिली जिसके बाद सीबीआई ने इस मामले में 33 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। सीबीआई इस मामले को लेकर लगातार छापेमारी कर रही है।