कावेरी जल विवाद के बाद भड़की हिंसा में बेंगलुरू जल उठा है। बेंगलुरू में कई जगहों पर आगजनी और तोड़फोड़ की खबरें हैं। कन्नड़ भाषियों ने शहर के कुछ इलाकों में तमिलनाडु की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। हिंसा को देखते हुए बेंगलुरु पुलिस ने पुलिस पेट्रोलिंग की 270 गाड़ियों को तैनात किया है। साथ ही लोगों से शांति और सदभाव बनाए रखने की अपील की है। उधर राज्य के मुख्यमंत्री एस सिद्धारमैया ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता को पत्र लिखकर तमिलनाडु में रह रहे कन्नड़भाषियों की सुरक्षा की अपील की है।

बेंगलुरु पुलिस ने शहर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है। क्विक रिस्पॉन्स टीम, रैपिड एक्शन फोर्स, सिटी आर्म्ड रिजर्व पुलिस और कर्नाटक रिजर्व पुलिस बल के करीब 15000 जवानों और अधिकारियों को तैनात किया गया है। यह तैनाती तेनारी रोड, हेगड़े नगर, श्री रामपुरा और कलासी पाल्यम जैसे इलाकों में विशेष रूप से की गई है जहां तमिल लोग रहते हैं।  इसके अलावा इंदिरा नगर, केआर नगर, प्रकाश नगर, फ्रेजर टाउन और आरटी नगर में भी भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।

इस बीच पूरे बेंगलुरु में धारा 144 लगा दिया गया है। तमिलनाडु जानेवाली सभी बस सेवा को स्थगित कर दिया गया है। बेंगलुरु मेट्रो की सेवा भी रोकी गई है। राज्य के हालात को देखते हुए सीएम सिद्धारमैया ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता को वहां कन्नड़भाषी नागरिकों की सुरक्षा के लिए चिट्ठी लिखी है। सिद्धारमैया ने कर्नाटक में भी तमिल नागरिकों की सुरक्षा के लिए अधिकारियों को सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

Read Also: कावेरी विवाद: सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक को दी राहत, 20 सितंबर तक हर दिन 12 हजार क्यूसेक पानी तमिलनाडु को देने का आदेश