उत्तर भारत में इस वक्त लगातार हो रही बारिश ने लोगों का कहीं आना-जाना मुश्किल किया हुआ है। इस बारिश के कारण नदियों और नालों में पानी का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया है। इस बीच मेरठ में एक उफनते नाले में ड्राइवर समेत कार जा गिरी। घटना में ड्राइवर की जान बस बाल-बाल बची है। इस हादसे में ड्राइवर की जान भी जा सकती थी क्योंकि कार के शीशे बंद थे और कार नाले में गिरी तो चारों ओर बस पानी ही पानी था। हालांकि, स्थानीय लोगों की मदद से ड्राइवर की जान बच गई। स्थानीय लोगों ने नगर निगम के खिलाफ गुस्सा निकाला है और लापरवाही का आरोप लगाया है।

यह मामला मेरठ का है, जहां एक कार रास्ते से गुजर रही थी। तभी कार अचानक से खुले नाले में जा गिरी। यह दोनों तरफ से खुला है और इसमें पानी का स्तर भी काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है। ऐसे में ड्राइवर समेत कार नाले में गिरी तो ड्राइवर काफी घबरा गया। हालांकि, स्थानीय लोगों ने ड्राइवर को बचा लिया। ड्राइवर ने भी लोगों का शुक्रिया अदा किया है और कहा कि अगर लोग नहीं भागते तो आज गेम बज जाता।

उन्होंने कहा, “मैं कार लेकर आ रहा था। नाले की साइड की पटरी टूटी हुई है तो वहां से जमीन धंस गई और गाड़ी पूरी पलट गई। कार के शीशे बंद थे। कुछ लोगों ने देख लिया था तो उन्होंने पार्षद को बुला लिया। जैसे-तैसे मैं शीशे से बाहर निकला और फिर डंडे की मदद से बाहर निकला वरना आज गेम बज जाता।”

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में नगर निगम के खिलाफ काफी गुस्सा है। पार्षद पवन चौधरी ने कहा, “यहां की जनता ने फोन करके मुझे कहा कि एक ड्राइवर कार के साथ नाले में गिर गया है। नाले की दीवार के लिए अधिकारियों को लिखित में दे चुका हूं कि दीवार टूटी हुई है और ये कभी भी गिर सकती है, जिसकी वजह से हादसा हो सकता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। लेकिन नगर निगम नहीं जागा।”