बेंगलुरु के नगरभावी इलाके में गुरुवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। वहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के घर के सामने खुद को आग लगाकर जान दे दी। उसकी पहचान 39 वर्षीय मंजूनाथ के रूप में हुई है, जो कुनिगल कस्बे का रहने वाला था और बेंगलुरु में कैब चालक के रूप में काम करता था।
दंपत्ति का 9 साल का एक बेटा भी है
पुलिस के अनुसार मंजूनाथ की शादी 2013 में हुई थी और दंपत्ति का 9 साल का एक बेटा भी है। शादी के कुछ सालों बाद से उनके रिश्ते में खटास आने लगी, जिसके चलते दोनों अलग हो गए। पिछले दो साल से मंजूनाथ और उसकी पत्नी अलग-अलग रह रहे थे और तलाक का मामला कोर्ट में चल रहा था।
गुरुवार को मंजूनाथ अपनी पत्नी को तलाक की याचिका वापस लेने के लिए मनाने उसके घर पहुंचा। उसने अपनी पत्नी को रिश्ते को एक और मौका देने की गुहार लगाई, लेकिन पत्नी ने स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया। पत्नी ने यह भी कहा कि मंजूनाथ ने उसके जीवन में बहुत उथल-पुथल मचाई है। पत्नी के इनकार से आहत मंजूनाथ ने पास ही से पेट्रोल की कैन खरीदी और पत्नी के घर के सामने खुद को आग के हवाले कर दिया। यह भयावह घटना वहां मौजूद लोगों के सामने हुई, लेकिन तब तक मंजूनाथ की जान जा चुकी थी।
घटना के बाद मंजूनाथ के माता-पिता ने उसकी पत्नी पर आरोप लगाया कि उनके बेटे की मौत के लिए वही जिम्मेदार है। पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हाल ही में एक तकनीकी विशेषज्ञ और एक पुलिस अधिकारी की आत्महत्याओं ने भी इस तरह के पारिवारिक विवादों पर सवाल खड़े किए थे। ज्ञानभारती पुलिस इस मामले में हर पहलू से जांच कर रही है।
इससे पहले, बेंगलुरु के एक तकनीकी विशेषज्ञ अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया द्वारा तलाक के लिए कथित तौर पर प्रताड़ित करने और 3 करोड़ रुपए की मांग के कारण आत्महत्या कर ली थी। अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी पर तलाक के लिए 3 करोड़ रुपये की मांग करने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली।
अतुल सुभाष के सनसनीखेज आत्महत्या मामले पर सार्वजनिक आक्रोश और हंगामे के बीच, 14 दिसंबर, 2024 को बेंगलुरु से एक और आत्महत्या का मामला सामने आया, जिसमें कथित तौर पर अपनी पत्नी और उसके परिवार द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण पुलिस अधिकारी की आत्महत्या की गई।