बुलंदशहर में हुई हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओ.पी.सिंह बोले हैं कि वहां बड़ी साजिश हुई है। आखिर गोवंशीय अवशेष वहां पहुंचे कैसे? बुधवार (पांच दिसंबर) को उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, “बुलंदशहर में जो हुआ, उसके पीछे बड़ी साजिश रची गई। यह न केवल कानून व्यवस्था का मसला है, बल्कि वहां गोवंशीय अवशेष आया कहां से? कौन उसे लाया, क्यों लाया और कैसा लाया? ये भी बड़े सवाल हैं।” बता दें कि सोमवार (तीन दिसंबर) को गोकशी की अफवाह पर बुलंदशहर के स्याना गांव में हिंसा भड़की थी, जिसमें पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह समेत दो लोगों की जान चली गई थी।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में कबीना मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल को इस घटना के पीछे जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने मीडिया से कहा, “ये लोग महज वोट बैंक की राजनीति के लिए भावनाएं भड़का रहे हैं। यह पूर्व नियोजित घटना थी। दंगा कराने के मकसद से उसे कराया गया था।” हालांकि, सूबे के डिप्टी सीएम ने कहा है कि इस मामले में किसी भी दल का नाम लेना जल्दबाजी होगी।
घटना के बाद पुलिस ने एफआईआर में शामिल नाम को आधार बताकर कई लोगों के घरों में छापेमारी की, जिसके डर से कई ने तो गांव ही अस्थाई तौर पर छोड़ दिया है। ‘टीओआई’ की रिपोर्ट में स्थानीय महिलाओं में से एक चेतना देवी के हवाले से कहा गया कि गांव में पुलिस की लगातार दबिश के डर से अधिकतर पुरुष बाहर चले गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने चिंगरावटी, माहव, चांदपुर पुथी, खानपुर, बरोली और नया बांस गांव में आधी रात को छापेमारी की। न्यूज 18 की खबर में देर रात इन छापेमारी के दौरान पुलिस द्वारा एक महिला की पिटाई करने की बात भी कही गई।
बुलंदशहर हिंसा की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) के पास है। फिलहाल पुलिस चार गिरफ्तारियां कर चुकी है। वहीं, कुल 27 लोगों के नाम एफआईआर में हैं, जबकि 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामले दर्ज कर लिए गए हैं। यह भी कहा जा रहा है कि इन 27 लोगों में से चार दक्षिणपंथी संगठनों से जुड़े हैं, जिनमें एक का ताल्लुक बजरंग दल से भी होने की बात कही गई है।