उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कथित रूप से गोमांस मिलने के बाद हिंसा हुई थी। स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच इस हिंसा में एक पुलिसकर्मी सहित दो लोगों की मौत हो गई थी। वहीं इस पूरे मामले में पुलिस ने सेना के एक जवान जितेंद्र को गिरफ्तार किया गया है। वहीं अब सेना के जवान जितेंद्र की पत्नी प्रियंका ने कहा है कि ‘जब मेरे पति घटना के दौरान मौजूद ही नहीं थे तो वो इंस्पेक्टर को गोली कहां से मारेंगे। गोकशी को लेकर हुए बवाल के दौरान वो मेरे साथ बाजार में थे’।

प्रियंका ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘बिना बात के मेरे पति को फंसाया जा रहा है। इस पूरे घटना के बाद पुलिस ने हमारे घर पर बवाल मचाया। उन्होंने हमारे साथ मारपीट की। पुलिस हमारे गहने भी खींच ले गई’। प्रियंका कहती हैं कि ‘तीन दिसंबर को उनकी छुट्टी खत्म हो रही थी। जब ये पूरी घटना हुई उस दौरान वो मेरे साथ बाजार में थे। ऐसे में गोली मारने का वीडियो कहां से आ गया’। इससे पहले फौजी जितेंद्र की मां ने कहा था कि ‘अगर मेरा बेटा दोषी पाया गया तो मैं खुद उसे गोली मार दूंगी।

सेना के जवान ने कबूला, भीड़ में था शामिल –

वहीं इस पूरे मामले पर STF के SSP अभिषेक सिंह ने कहा है कि ‘हमने आर्मी के जवान को गिरफ्तार किया है। उसे आर्मी के द्वारा हमें सौंपा गया है। शुरुआती जांच की जा चुकी है। अब उसे बुलंदशहर भेजा जाएगा और कोर्ट में पेश किया जाएगा।’

इसके साथ ही SSP ने कहा कि ‘सेना के जवान ने ये बात कबूली है कि वो भीड़ का हिस्सा था। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या जितेंद्र ने ही इंस्पेक्टर पर या फिर सुमित पर गोली चलाई थी या फिर किसी और ने’। SSP कहते हैं कि जितेंद्र ने कहा है कि ‘वो गांव वालों के साथ वहां पर गया था.. लेकिन वो पुलिस पर पत्थरबाजी की बात को नकार रहा है।’

पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। वहीं शनिवार को इस पूरे मामले में पुलिस ने अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए एसएसपी बुलंदशहर कृष्ण बहादुर सिंह को DGP हेडक्वार्टर लखनऊ ट्रांसफर कर दिया गया। वहीं पुलिस अधीक्षक सीतापुर प्रभाकर चौधरी को बुलंदशहर का नया एसएसपी बनाया गया है।

इसके साथ ही मंडल अधिकारी (सीओ) सत्य प्रकाश शर्मा और चिंगरावठी पुलिस चौकी के प्रभारी सुरेश कुमार को इलाके में सोमवार को हुई घटना को सही समय पर काबू करने में नाकाम रहने पर स्थानांतरित किया गया है। यह निर्णय अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक एस.बी. शिराडकर द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट के आधार पर लिया गया था।