बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को चुनाव आयोग से अपील की कि उत्तर प्रदेश में फरवरी तक विधानसभा चुनाव कराए जाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुलायम सिंह यादव के परिवार में अंदरूनी झगड़े का समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार के कामकाज पर विपरीत असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा और सपा जहां विधानसभा चुनावों में देरी करना चाहते हैं वहीं आयोग को चाहिए कि कार्यक्रम पर काम करे और व्यापक जनहित में जनवरी-फरवरी तक चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा करे।
सूबे की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकीं बसपा सुप्रीमो ने एक बयान में कहा कि भाजपा नीत सरकार को राज्य के मौजूदा हालात को देखते हुए काफी पहले वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की तैयारी कर लेनी चाहिए थी। लेकिन उत्तर प्रदेश में भाजपा की खराब स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्र राष्ट्रपति शासन लगाने का साहस नहीं जुटा पाया। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ सपा में इस हफ्ते की शुरुआत में दरार बढ़ने की खबरें आईं।
लखनऊ में सोमवार को स्वतंत्रता दिवस पर भाषण के दौरान सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अपने पुत्र और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर अपने चाचा शिवपाल यादव की अनदेखी करने के लिए हमला कर सनसनी फैला दी। मुलायम ने धमकी दी कि अगर उनके बेटे ने अपना रास्ता नहीं बदला तो आठ दिनों के अंदर वे उन लोगों की सूची जारी करेंगे, जिन्हें बर्खास्त करने की जरूरत है।

