Ambedkar-Akhilesh Hoarding: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के साथ बाबा साहेब अंबेडकर की आधी तस्वीर जोड़ने पर भारतीय जनता पार्टी भड़की हुई है। बीजेपी के नेताओं ने इस कृत्य की तीखी आलोचना करते हुए इसे बाबा साहब और उनके अनुयायियों का अपमान करार दिया है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि अखिलेश यादव एक पारिवारिक पार्टी के मुखिया हैं और बाबा साहब भाई-भतीजावाद के खिलाफ थे। उनकी विचारधारा बाबा साहब से बिल्कुल मेल नहीं खाती।
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘अखिलेश यादव और उनके परिवार के सदस्य ओबीसी आरक्षण के समर्थक रहे हैं। लेकिन अगर किसी ने ओबीसी आरक्षण का कड़ा विरोध किया था, तो वह राजीव गांधी थे, जिन्होंने लोकसभा में 2 घंटे से ज्यादा लंबा भाषण दिया था। अखिलेश उसी कांग्रेस से जुड़े हैं और खुद को बाबा साहब जैसा बताते हैं। यह बाबा साहब का अपमान है।’
अखिलेश यादव को अपना कार्यकाल याद नहीं – केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, ‘क्या अखिलेश यादव को सीएम के तौर पर अपना कार्यकाल याद नहीं है, जब बड़ी संख्या में ओबीसी समुदाय के इंजीनियरों को पदावनत किया गया था? जब यूपीए-2 के दौरान प्रमोशन में आरक्षण को लेकर बिल पास होने वाला था, तो लोकसभा में बिल को फाड़ने वाला नगीना से सपा का सांसद था। अखिलेश यादव एक पारिवारिक पार्टी के मुखिया हैं और बाबा साहब भाई-भतीजावाद के खिलाफ थे। उनकी विचारधारा बाबा साहब से बिल्कुल मेल नहीं खाती।’
पहलगाम हमले पर मायावती की कांग्रेस को नसीहत
बाबा साहब का अपमान – अमित मालवीय
बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘भारत के संविधान निर्माता और दलित समुदाय के प्रतीक डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर का इससे बड़ा अपमान और कुछ नहीं हो सकता, कि उनके चेहरे को बिगाड़कर उस पर अखिलेश यादव का चेहरा थोप दिया जाए। अखिलेश यादव चाहे कितनी भी बार जन्म लें, वे बाबासाहेब की महानता और समाज के वंचित वर्गों के उत्थान में उनके योगदान के बराबर नहीं हो सकते। समाजवादी पार्टी और अखिलेश ने पहले महान योद्धा राणा सांगा का अपमान किया और अब बाबासाहेब का। यह हिंदू समाज के लिए कतई स्वीकार्य नहीं हो सकता।’
बसपा चीफ ने भी की थी आलोचना
बहुजन समाज पार्टी की चीफ मायावती ने भी अखिलेश यादव के पोस्टर को लेकर हमला बोला था। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा था, ‘ भारतीय संविधान के निर्माता परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर का भी अपमान कतई ना किया जाए। खासकर सपा व कांग्रेस को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, वरना बीएसपी इनके विरुद्ध सड़कों पर भी उतर सकती है।’ अंबेडकर का जिक्र कर योगी ने क्यों कही ये बात