नोबल पुरस्कार से सम्मानित रवींद्रनाथ टैगोर की सबसे जटिल कृति ‘रक्त करबी’ को पहली बार फिल्म के माध्यम से पेश किया जाएगा। एक युवा निर्देशक इस नृत्य नाटिका की आधुनिक व्याख्या के साथ इसे रुपहले पर्दे पर लेकर आने की तैयारी में हैं। इस बेहद लाक्षणिक कृति को कई मशहूर नाट्य समूह मंच पर पेश कर चुके हैं। इनमें विख्यात शंभु मित्रा और तृप्ति मित्रा का बहुरूपी समूह भी शामिल है।
बहरूपी ने 1954 में मंच पर इस नृत्य नाटिका का पहला मंचन किया जबकि सबसे हालिया मंचन 2010 में गौतम हाल्दार के निर्देशन में हुआ। अमिताभ भट्टाचार्य के निर्देशन में मंच और फिल्म दोनों एक साथ होंगे जो दर्शकों को एक नया अनुभव देंगे।
युवा निर्देशक ने बताया कि हम टैगोर के साथ नया मुक्त संवाद करने का साहस कर रहे हैं। हम इसके मूल प्रारूप और भावना को बरकरार रखते हुए लेखन की व्याख्या मौजूदा स्थिति में करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रसिद्ध संगीत निर्देशक देबज्योति मिश्रा के संगीत से सजी इस फिल्म में बांग्ला रंगमंच के दिग्गज कलाकार और फिल्मों के अभिनेता कौशिक सेन हैं। सेन बीसू पगोल की भूमिका में होंगे जबकि मुमताज सरकार नंदिनी की भूमिका में नजर आएंगी।