Bihar Boat Capsize: बिहार की राजधानी पटना में आज गंगा दशहरा के दिन बड़ा हादसा हो गया। श्रद्धालुओं से भरी नाव गंगा में डूब गई। फौरन स्थानीय लोगों और तैराकों ने नदी में जाकर 13 लोगों को तो किसी तरह बाहर निकाल लिया। वहीं, अभी चार लोग लापता हैं। इन सभी की तलाश जारी है। हादसे के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम पहुंची है। गंगा नदीं में सर्च ऑपरेशन चलाकर लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई है।
घटना की जानकारी देते हुए बाढ़ थाना प्रभारी ने कहा कि उमानाथ घाट पर रविवार को गंगा दशहरा के मौके पर लोग नहाने के लिए आए थे। नाव पलटने से परिवार के 17 लोग नदी में डूबने लगे। इनमें से 13 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। वह फिलहाल सही स्थिति में हैं। वहीं, एसडीआरएफ की टीम 6 लोगों की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। इनमें से दो लोगों को जद्दोजहद के बाद बाहर निकाल लिया गया है। वहीं, चार लोगों की तलाश अभी भी जारी है। सबसे बड़ी बात इनमें एनएचएआई के एक रिटायर्ड अधिकारी अवधेश प्रसाद अभी भी लापता हैं। अवधेश प्रसाद एक महीने पहले ही सेवा से रिटायर हुए हैं। उनकी पत्नी को बचा लिया गया है।
चार लापता लोग कौन हैं
गंगा में डूबे सभी चार लोग बिहियां थानाक्षेत्र के खरौनी गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं। चारों की पहचान दीपू यादव, सोनू यादव, निशु शर्मा और रामजी गोंड के रूप में हुई है। भीषण गर्मी और तपती धूप की वजह से चारों की तलाश करने में एसडीआरएफ की टीम को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि एसडीआरएफ के साथ-साथ स्थानीय गोतोखोरों की टीमें भी नदी में डूबे लोगों की तलाश करने में जुटी हुईं हैं।
गंगा दशहरा आज
रविवार को गंगा दशहरा के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में पवित्र डुबकी लगाई। प्रयागराज और वाराणसी जैसे शहरों में गंगा दशहरा का त्योहार बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है, जहां देश भर से लोग आशीर्वाद लेने आते हैं। इस दिन नदी में डुबकी लगाना भक्तों के लिए अपने पापों से मुक्ति पाने के रूप में देखा जाता है। गंगा दशहरा हिंदू माह ज्येष्ठ के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। यह वह दिन भी है जब देवी गंगा स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुईं थीं।