बिहार के मोतिहारी जिले में रविवार दोपहर नौका पलटने से बड़ा हादसा हो गया हैं। यहां कि सिकरहना नदी में नाव पलटने से 22 लोग डूब गए है। गोताखोंरों द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा है। अभी तक एक शव मिला है। शिकारगंज थाना अध्यक्ष ने बताया कि अब तक एक बच्ची का शव नदी से निकाला गया है। जिसकी पहचान चांदनी कुमारी के रूप में की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नाव पर 20 से 25 लोग सवार थे। नांव गोढ़िया गांव के करीब पलटी है।
नाव पलटने की घटना सुनते ही आस पास के गांव में अफरा तफरी का मौहोल हो गया। रोते बिलखते परिजनों के साथ भारी संख्या में ग्रामीण नदी के किनारों पर पहुंचे हुए हैं। स्थानीय स्तर पर गोताखोर लगातार खोज अभियान में जुटे हुए हैं। वहीं घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस भी पहुंच गई है। वहां मौजूद लोगों का दावा है कि नाव चलाने वाले शख्स तैरते हुए बाहर आ गया था।
लोगों ने बताया कि नाव पर ज्यादा सवारी बैठने से यह हादसा हुआ है। छोटी-सी नाव पर 22 लोग सवार थे, जबकि उस पर 10 से 12 लोगों के ही बैठने की जगह थी। नदी में तेज बहाव भी था ऐसे में नौका पलटते ही लोग कुछ ही सेकेंड में बहाव के साथ दूर तक चले गए थे। हादसे के शिकार हुए ज्यादातर लोग मवेशियों के लिए चारा काटने के लिए नदी के पार गए थे।
यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह के हादसे से पूरा राज्य गमगीन हो गया हो। इसी महीने की 17 तारीख को बिहार के बांका जिले में नदी में स्नान करने गईं बच्चियां पानी में डूब गई थीं। दो बच्चियों को तो बचा लिया गया था लेकिन तीन बच्चियों के शव काफी घंटों के सर्च अभियान के बाद मिले थे। उस दिन अच्छी बात ये थी कि जब बच्चियां डूब रहीं थी तो वहां कुछ लोग मौजूद थे, जिन्होंने छलांग लगाकर दो को बचा लिया था।
इसी तरह बिहार के कटिहार जिले में चार अक्टूबर 2019 को एक नौका पलटने से सात लोगों की मौत हो गई थी। उस दिन भी लापरवाही के कारण नौका में क्षमता से ज्यादा 40 लोगों को सवार किया गया था। यह सभी लोग एक नौका प्रतियोगिता देखकर ही लौट रहे थे।