Punjab Politics: डेराबस्सी में कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए पार्टी के सात पार्षदों ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया। इस दौरान इनके साथ एक भारतीय जनता पार्टी के पार्षद ने भी ‘आप’ के साथ चला गया है। पार्षदों के शामिल होने से AAP के लिए नगर परिषद में सरकार बनाने का बड़ा रास्ता खुल गया है। कुल 19 पार्षदों में से अब ‘आप’ के पास अब कम से कम 12 पार्षदों का समर्थन होने का दावा है, जिसमें तीन शिअद पार्षदों का समर्थन भी शामिल है।

शिअद पार्षदों ने शहर में ‘विकास’ के लिए डेरा बस्सी विधायक कुलजीत सिंह रंधावा को अपना समर्थन देने का वादा किया था। इसके साथ ही अब ‘आप’ को नगर परिषद के अध्यक्ष पद के लिए दावा पेश करने के लिए सिर्फ 11 पार्षदों के समर्थन की जरूरत है।

पार्षदों का दलबदल कांग्रेस के लिए बड़ा झटका

पार्षदों का दलबदल कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, जिसने लंबे समय के बाद पिछले साल शिअद से नगर निकाय छीन लिया था मंगलवार के दलबदल से पहले कांग्रेस के 14 पार्षद थे। डेरा बस्सी नगर परिषद के अध्यक्ष रंजीत सिंह रेड्डी ने पिछले महीने इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि पार्षद आप में शामिल हो जाएंगे। खरड़ के बाद, डेरा बस्सी जिले का दूसरा नगर निकाय है जहां पार्षदों ने सत्तारूढ़ दल को गले लगाने का फैसला किया।

इन पार्षदों ने थामा आप का साथ

मंगलवार को कांग्रेस के 7 पार्षद आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। इन पार्षदों में वार्ड नंबर सात से विपिनदीप कौर, वार्ड नंबर आठ से जसविंदर सिंह, वार्ड नंबर 11 से इंदु सैनी, वार्ड नंबर 15 से सुषमा चड्ढा, वार्ड नंबर-16 से हरविंदर पटवारी, वार्ड नंबर-17 से कुलविंदर कौर, वार्ड नंबर-19 से विक्रांत पवार के नाम शामिल हैं। ये सभी पार्षद कांग्रेस पार्टी से थे। वहीं एक मात्र बीजेपी पार्षद जो आप में शामिल हुए हैं वो वार्ड नंबर 12 से अमित वर्मा थे। वहीं वार्ड नंबर 13 से आजाद पार्षद आशु उपनेजा और पत्नी नरेश उपनेजा ने भी आम आदमी पार्टी का साथ पकड़ लिया है।