ओम प्रकाश ठाकुर
Himachal Pradesh Assembly Election: हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के शिमला की अर्बन सीट से उम्मीदवार संजय सूद को लोग ‘चायवाला’ के नाम से भी जानते हैं। संजय सूद ने इस सीट पर बीजेपी के टिकट पर चार बार जीतने वाले विधायक की जगह ली है। संजय सूद की शिमला के सबसे व्यस्ततम इलाके, पुराने बस अड्डे पर चाय की दुकान है समर्थकों की मांग पर वो यहां तक पहुंचे हैं। चायवाला का पीएम मोदी से कनेक्शन को वो जरूर हिमाचल विधानसभा चुनाव में भुनाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने चाय के उस आउटलेट को चलाने के लिए एक लंबा सफर तय किया है। वो लगभग 3 करोड़ की संपत्ति के मालिक है।
संजय सूद ने अपने नामांकन के दौरान दायर किए गए हलफनामे में अपने आपको व्यवसायी और समाजिक कार्यकर्ता बताया है, हलफनामे में ये बताया गया है कि उनकी पत्नी जो एक वकील हैं और उनकी बेटी के साथ, उनके पास 1.1 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 1.75 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। उनके हलफनामे के मुताबिक उनके परिवार के पास शिमला जिले के सराहन में जमीन है, और उनके पैतृक स्थान कांगड़ा जिले के राम नगर में उन्हें विरासत के रूप में दिया गया है, कैथू और शिमला में भी उनकी इमारतें हैं।
‘विरोधी मेरी संपत्ति को देखते हैं, मेरे पांव के छालों को नहीं’
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए सूद कहते हैं, “मेरे राजनीतिक विरोधी मेरी संपत्ति को देख रहे हैं, पर उन्होनें मेरे पांव के छाले नहीं देखे हैं।” सूद का यह भी दावा है कि उन्होंने उसी बस स्टैंड पर अखबार बेचकर अपनी स्कूली शिक्षा का खर्च उठाया, जहां बाद में उन्होंने 1991 में एक चाय की दुकान लगाई। “मैं सुबह 4 बजे दुकान पर पहुंच जाता और रात 11 बजे तक काम करता।”
शिमला अरबन सीट के सभी उम्मीदवार करोड़पति
शिमला अरबन सीट से खड़े सभी उम्मीदवारों के पास करोड़ों की संपत्ति है। कांग्रेस उम्मीदवार हरीश जनार्था ने अपने हलफनामे में जहां 4.51 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है, वहीं आम आदमी पार्टी के चमन राकेश अजता की संपत्ति 4.09 करोड़ रुपये है। माकपा के टिकेंद्र सिंह पंवार ने अपनी पत्नी के साथ दो करोड़ रुपये की संपत्ति का विवरण दिया है जो कि उन्हें विरासत में मिली है।