उत्तर प्रदेश के बागपत में बीजेपी नेताओं और उनके परिवारों के बीच मारपीट की खबर सामने आई है। बीजेपी की बागपत यूनिट के दो पदाधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों ने 6.5 लाख रुपये के कथित लोन को लेकर हुए विवाद के दौरान शुक्रवार देर रात एक-दूसरे पर ईंटों और डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में एक महिला सहित चार लोग घायल हो गए हैं। पुलिस ने कहा कि दोनों गुटों ने झड़प के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराते हुए बागपत के कोतवाली पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है।

लोन का है मामला

बीजेपी की बागपत इकाई के उपाध्यक्ष कुलदीप भारद्वाज ने दावा किया कि उनके छोटे भाई निरंकार भारद्वाज उर्फ ​​टीटू ने दो साल पहले बीजेपी की स्थानीय इकाई के सचिव सतपाल उपाध्याय को 6.5 लाख रुपये दिए थे। कुलदीप ने दावा किया कि सतपाल उपाध्याय बार-बार याद दिलाने के बावजूद पैसे नहीं लौटा रहा था।

वहीं सतपाल उपाध्याय ने एफआईआर में दावा किया, “मेरा भतीजा विशाल शुक्रवार रात हमारे घर के बाहर मौजूद था जब टीटू और उसके दोस्तों ने बिना किसी उकसावे के उसे गाली देना शुरू कर दिया। मेरी पत्नी कृष्णा विशाल को बचाने के लिए घर से बाहर आई, लेकिन तब तक बहस ने हिंसक रूप ले लिया था और विशाल पर टीटू और उसके साथियों ने ईंटों और लाठियों से हमला किया।”

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इस बीच अपनी एफआईआर में कुलदीप ने कहा कि टीटू अपने पैसे मांगने गया था, लेकिन विशाल और वहां मौजूद अन्य लोगों ने उस पर और उसे बचाने की कोशिश करने वालों पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा, “संघर्ष में टीटू और अन्य को चोटें आईं। काफी समय से टीटू का बकाया पैसा देने से सतपाल उपाध्याय ने इंकार कर दिया था। उन्होंने उसकी सोने की चेन भी छीन ली।”

बागपत में कोतवाली पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) दीक्षित कुमार त्यागी ने कहा, “हम मामले की जांच कर रहे हैं लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। घायलों को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है और क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए दोनों नेताओं के आवास के बाहर पुलिस तैनाती की गई है।