मध्य प्रदेश में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य संधिया के गढ़ ग्वालियर में महापौर पद हारने के बाद भारतीय जनता पार्टी अब सभापति पद को बचाने में लगी है। बीजेपी ने अपने सभी पार्षदों को दिल्ली भेज दिया है जहां पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर सभापति चुनाव के लिए राय बानएंगे।

यहां पार्षदों की मुलाकात ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पार्षदों के साथ मीटिंग करेंगे। एक महिला पार्षद ने कहा कि ये संगठन का निर्णय है और उसके अनुसार ही हम सब दिल्ली जा रहे हैं। ऊर्जा और मार्गदर्शन के लिए हम सभी लोग वहां जा रहे हैं।

ग्वालियर से सभी पार्षद दो लग्जरी बस के माध्यम से दिल्ली गए। बीजेपी के जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी ने कहा कि दिल्ली में पार्षद दल की बैठक है और सभी नेता मानसून सत्र में व्यस्त हैं इसलिए पार्षदों को वहां ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी नेता पार्षदों के साथ बैठक करेंगे और राय भी लेंगे। सभापति का चुनाव है तो सबकी बातें सामने आनी चाहिए, तो सब पार्षद अपनी राय वहां रखेंगे।

वहीं, कांग्रेस की ओर से किए जा रहे जीत के दावे पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि उनके 25 पार्षद हैं उन्हें वो संभालकर रख लें। फिर हमसे बात करें। वहीं, वर्चुअल बैठक के सवाल पर उन्होंने कहा कि सामने बात करने में और वर्चुअली बात करने में अंतर होता है।

कमल माखीजानी ने कहा कि हमें इस बात का कोई डर नहीं है कि कोई उन्हें खरीद लेगा। हमारे कार्यकर्ता बिकाऊ नहीं हैं।

बता दें कि ग्वालियर में पार्षद का चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस सभापति का पद जीतने की तैयारी में है। पार्टी पूरा दम लगाने में जुटी है। 66 पार्षदों की ग्वालियर नगर निगम में बीजेपी के पास 34 और कांग्रेस के पास 25, 1 बीएसपी और 6 निर्दलीय पार्षद हैं।