आरजेडी नेता और पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन को फिर से जेल भेजने के लिए बीजेपी एड़ी-चोटी एक करेगी। इसके लिए पार्टी न केवल उनकी जमानत याचिका को चुनौती देगी बल्कि नीतीश सरकार पर पॉलिटिकल प्रेशर बनाने के लिए राज्यभर में धरना भी देगी। ताकि राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट जा सके और शहाबुद्दीन की जमानत रद्द करा सके। बीजेपी नेता और केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी नीतीश कुमार पर हमला बोला है और कहा है कि शहाबुद्दीन की रिहाई के लिए नीतीश सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि क्या नीतीश कुमार को कोई बड़ा वकील नहीं मिला, जो उनकी जमानत अर्जी का विरोध कर सके।
गौरतलब है कि शनिवार को ही शहाबुद्दीन 12 साल जेल में रहने के बाद पटना हाईकोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने के बाद रिहा हुए हैं। शहाबुद्दीन ने जेल से रिहा होते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला था और उन्हें परिस्थितियों का मुख्यमंत्री करार दिया था। हालांकि, शहाबुद्दीन ने लालू प्रसाद को अपना नेता बताया था।
इस बीच, जेडीयू ने भागलपुर जेल में शहाबुद्दीन की रिहाई की अगुवाई कर रहे बांका जिले के बेलहर से विधायक गिरधारी यादव पर कार्रवाई के साफ संकेत दिए हैं। शहाबुद्दीन के जेल से बाहर आने के बाद जेडीयू विधायक उनके साथ दिखे थे। जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि ‘शहाबुद्दीन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के बारे में जहर उगला है, हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते।’
बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने बताया कि पार्टी राज्यभर में विशाल धरना देगी और नीतीश-लालू के मंसूबों को जनता के सामने बेनकाब करेगी। मोदी ने कहा कि राज्य सरकार ने जानबूझकर और सुनियोजित तरीके से शहाबुद्दीन को जेल से बाहर निकाला है। इसबीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले पर सोमवार को बैठक बुलाई, जिसमें इस बाहुबली नेता पर क्राइम कंट्रोल एक्ट (सीसीए) लगाने पर विचार हुआ। अगर सीसीए लगता है तो शहाबुद्दीन को दोबारा जेल जाना पड़ेगा।