उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान शुरू की गई लैपटॉप वितरण योजना पर बीजेपी सांसद और फिल्म अभिनेता परेल रावल ने तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि लैपटॉप तो बांटे थे पर इलेक्ट्रिसिटी तो थी नहीं तो क्या ऐसे में लैपटॉप को आईना समझ कर दाढ़ी मुंडे? बता दें कि इसके पहले अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा था कि बीजेपी सरकार ने न तो लैपटॉप बांटे न ही इंटरनेट को आम आदमी के लिए उपलब्ध कराया। उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग रंग व नाम बदलने और नफ़रत की राजनीति को ही विकास समझते हैं।
दरअसल, उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के दौरान छात्रों को मुफ्त लैपटॉप बांटे गए थे। इसी के मद्देनजर अखिलेश यादव ने एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा- ‘अमेरिका के हॉर्वर्ड में सपा सरकार के समय छात्रों को 18 लाख लैपटॉप मुफ्त वितरित किए जाने के पीछे की विकासात्मक सोच की चर्चा रही। बीजेपी सरकार ने न तो लैपटॉप बांटे न ही इंटरनेट को आम आदमी के लिए उपलब्ध कराया। ये रंग व नाम बदलने और नफरत की राजनीति को ही विकास समझते हैं।’ इसके बाद इस ट्वीट के जवाब में बीजेपी सांसद परेश रावल ने लिखा- ‘लैपटॉप तो बांटे पर इलेक्ट्रिसिटी तो थी ही नहीं … तो क्या लैपटोप को आईना समझ कर दाढ़ी मुंडे।’
बता दें कि हाल ही में विपक्ष की रैली पर भी परेश रावल ने तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि महागठबंधन में प्रधानमंत्री पद के इतने सारे दावेदार हैं की सिर्फ कुर्सी से काम नहीं चलेगा, खटीया बिछानी पड़ेगी। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल में लैपटॉप वितरण योजना की तारीफ करते हुए उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि हमारे सीएम बाबा हैं, वह लैपटॉप जानते नहीं हैं क्या है तो मिलेगा कैसे। साथ ही अखिलेश ने कहा था कि जितने लैपटॉप कन्नौज में बांटे हैं, किसी भी घर में जाकर देख लीजिए, उससे बड़ा लैपटॉप दिया हो तो बता दो।