पश्चिम बंगाल में दो दिनों के अंदर दो बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद अब राज्य का माहौल काफी गरमा गया है। वहीं बीजेपी इन मामलों को लेकर काफी गंभीर हो गई है। बीजेपी की ओर से इन घटनाओं के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं। बंगाल के आसनसोल से बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो ने भी दोनों कार्यकर्ताओं की हत्या को लेकर टीएमसी पर निशाना साधा है। सुप्रियो का कहना है कि अगल जल्द ही इन मामलों पर एक्शन नहीं लिया जाएगा तो वे जनता का सामना नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा, ‘ममता बनर्जी के नेतृत्व और आदेश पर टीएमसी जो कुछ भी कर रही है वह नया नहीं है। अगर इन मामलों पर जल्द एक्शन नहीं लिया जाता है तो हम लोग जनता का सामना नहीं कर पाएंगे। यहां सबसे बड़ा मुद्दा टीएमसी और पुलिस के बीच मेलजोल का है। पुलिस हिंसा का समर्थन कर रही है।’
What TMC is doing under leadership&dictate of Mamata Banerjee isn't new. If action isn't taken immediately, we won't be able to face people. The biggest issue is nexus b/w TMC&police. Police is supporting& unleashing violence: Babul Supriyo, BJP on 2 BJP workers found dead in WB pic.twitter.com/bTrCzAKDar
— ANI (@ANI) June 2, 2018
बता दें कि पुरुलिया जिले के बलरामपुर में ग्रामीण निकाय चुनाव में बीजेपी को मिली अपार सफलता के बाद पार्टी के 18 साल के कार्यकर्ता त्रिलोचन महतो की लाश पेड़ पर झूलती मिली थी। दो दिन पहले महतो की लाश सुपुरदी गांव के एक पेड़ से झूलती मिली थी। महतो बीजेपी के यूथ विंग का सदस्य था। लाश के साथ ही पुलिस को एक नोट भी मिला था, जिसमें लिखा था, ’18 साल की उम्र में तुम बीजेपी की राजनीति कर रहे हो, आज तुम मारे गए।’ यही संदेश उसकी शर्ट पर भी लिखा था। वहीं शनिवार को भी पश्चिम बंगाल में एक अन्य बीजेपी कार्यकर्ता की लाश खंभे से लटकते मिली। पुरुलिया जिले के बलरामपुर इलाके के दाभा गांव में 32 वर्षीय बीजेपी कार्यकर्ता की लाश एक खंभेसे लटकते मिली। हालांकि पुलिस इस घटना को आत्महत्या मानकर चल रही है और इसी एंगल से मामले की जांच की जा रही है।
दो कार्यकर्ताओं की मौत के बाद बीजेपी ने टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह राज्य से विपक्ष का सफाया करना चाहती है, इसलिए ऐसा किया जा रहा है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी इन घटनाओं की घोर निंदा की है और राज्य की टीएमसी सरकार पर कोई कारवाई ना करने का आरोप लगाया है। वहीं दूसरी तरफ टीएमसी ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया है।