राजस्थान के भाजपा विधायक भवानी राजावत ने अपने ही प्रधानमंत्री को चुनौती दे दी। दरअसल भाजपा विधायक कोटा के एयरपोर्ट को आम जनता के इस्तेमाल ना होने से नाराज थे। अपने भाषण में बोलते हुए कहा कि, ”कोटा एयरपोर्ट नेताओं और वीआईपी लोगों का है। यहां बड़े-बड़े नेता आते हैं और हवाई अड्डे पर उतर जाते हैं उन्हें लगता है कि कोटा में हवाई सेवा है लेकिन कोटा का पुराना हवाई अड्डा ये जनता का नहीं हैं, कोटा की जनता है ये नेताओं का हैं। अब तय कर लें कि अब इस हवाई अड्डे पर किसी वीआईवी नेता का जहाज यहां नहीं उतरेगा। चाहे देश के पीएम आ जाएं। उनका हवाई जहाज भी यहां नहीं उतरेगा। उन्हें इस बात का अहसास होना चाहिए कि जनता के लिए हवाई सेवा नहीं है।”
भाजपा विधायक भवानी राजावत रविवार को एक पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र के उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान उनसे किसी ने पूछा कि वो पासपोर्ट का क्या करेंगे जब शहर(कोटा) में एयरपोर्ट ही नहीं है। बिना एयरपोर्ट के देश के दूसरे शहरों से ही कनेक्टीविटी नहीं है। इसी का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अगर कोटा की जनता के लिए बेहतर हवाई संपर्क नहीं दिया गया तो किसी वीआईपी या पीएम का विमान शहर में नहीं उतरने देंगे।
WATCH: BJP Rajasthan MLA Bhawani Rajawat says 'till airport for public is not built in Kota,should not let even PM's aircraft to land here' pic.twitter.com/ImrtmxAkcf
— ANI (@ANI) March 6, 2017
यह कोई पहला मौका नहीं है भाजपा विधायक भवानी राजावत ने कोई विवादित बयान दिया हो इससे पहले भी उन्होंने कई ऐसे बयान दिए हैं जिसको लेकर उनकी पार्टी को सफाई देनी पड़ी हो। नोटबंदी के बाद उनका एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो कथिक तौर पर कहते सुनते रहे थे कि “अंबानी-अडानी को नोटबंदी के बारे में पहले से ही पता था। इनको हिंट दे दी गई थी और इसके बाद उन्होंने अपना काम कर लिया।”
दो साल पहले उन्होंने संविधान को लेकर विवादित बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था, ”संविधान को बनाने में चूक हुई, बहुत पहले ही भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए था।” उनके इस बयान के बाद काफी विवाद हुआ था। कुछ साल पहले उन पर तहसीलदार को थप्पड़ मारने का आरोप लगा था जिसके बाद उन पर एफआईआर भी दर्ज हुई थी। बताया जाता है कि भवानी राजावत ने अतिक्रमण हटाने गए तहसीलदार को थप्पड़ मारा था।