ओडिशा में चक्रवाती तूफान फानी का कहर जारी है। तूफान से राज्य में तीन लोगों के मौत की खबर आर रही है। इस बीच भाजपा नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे सांबित पात्रा ने ट्वीट कर चक्रवात फानी के बारे में अपनी प्रतिक्रिया दी है।
पात्रा ने ट्वीट में कहा, ‘सब चीज हवा में उड़ रही है… तेज हवाओं की आवाज ने वास्तव में बहरा बना दिया है… सभी खिड़कियों के शीशे टूट गए हैं… वास्तव में मुश्किल है…यदि मजबूत बिल्डिंग में मेरी यह हालत है… मैं लाखों लोगों के जिंदगियों के लिए प्रार्थन करता हूं।’
सांबित ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘चक्रवात फानी यहां पहुंच गया है… बहुत तेज हवाएं चल रही है… भारी बारिश… डराने वाली आवाज… मुझे 1999 के सुपर साइक्लोन की याद आ रही है… मैं हाथ जोड़कर भगवान जगन्नाथ से प्रार्थन करता हूं कि वे इसे सहन करने की शक्ति दें।’ इससे पहले ओडिशा में फानी चक्रवात के कारण बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। राज्य में 12 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
Everything is flying in Air ..have literally turned deaf because of wind sound ..All window panes broken ..difficult indeed ..if this is my condition in a concrete building ..I pray for the lives of millions
— Chowkidar Sambit Patra (@sambitswaraj) May 3, 2019
यह तूफान सुबह करीब 8 बजे पुरी पहुंचा था। पुरी में 175 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं बह रही थीं। राजधानी भुवनेश्वर में भी 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल रहीं थी।
The process of landfall of #CycloneFani has begun ..extremely high wind speed ..heavy rain ..the harrowing sound ..reminds me of 1999 Supercyclone
With folded hands I pray to Lord Almighty Jaganath ji to give us the strength to endure this pic.twitter.com/BXkdNQlULm— Chowkidar Sambit Patra (@sambitswaraj) May 3, 2019
इस दौरान कई पेड़ों के गिरने की खबरें है। राज्य में हवाई सेवाओं को रोक दिया गया है। धीरे-धीरे फानी तूफान का ओडिशा में असर कम हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में इसका बढ़ने का अनुमान है।
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को अपनी सभी चुनावी सभाओं को रद्द कर दिया। वहीं केद्र सरकार की तरफ से चक्रवात से प्रभावित राज्यों के लिए 1000 करोड़ रुपये की राशि जारी करने की बात कही जा चुकी है।
राहत और बचाव कार्यों के लिए ओडिशा के 11 जिलों से आदर्श आचार संहिता हटा ली गई है। इसके अलावा निर्वाचन आयोग ने गजपति और जगतसिंहपुर जिलों के चार विधानसभा क्षेत्रों से ईवीएम को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की मंजूरी भी दे दी है।