समाजवादी पार्टी से भाजपा में शामिल हुए नरेश अग्रवाल ने विवादित बयान दे दिया है। भाजपा नेता ने उत्तर प्रदेश के हरदोई में एक कार्यक्रम के दौरान विपक्ष को ‘बंदर’ बताते हुए कहा कि इनके हाथों में देश को सौंपने से भारत टुकड़ों में बंट जाएगा। नरेश अग्रवाल ने कहा, ‘विपक्ष अपरिपक्व नेतृत्व के हाथों में है। बंदर को अदरक पकड़ा दो तो क्या होता है? हमलोग यदि अपने देश को ऐसे नेतृत्व के हाथों में सौंप देंगे तो यह कतई देश नहीं रहेगा। यह टुकड़ों में बंट जाएगा।’ नरेश अग्रवाल मार्च में औपचारिक तौर पर सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा की सदस्यता लेने के बाद से ही वह कांग्रेस, सपा और बसपा पर हमलावर रहे हैं। उन्होंने इन दोनों दलों को जातिवादी तक करार दिया। अपने गृहक्षेत्र हरदोई में रविवार (6 मई) को एक जनसभा को संबोधित करते हुए नरेश अग्रवाल ने कहा था कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां जातिवाद का जहर फैलाकर देश के टुकड़े कर देना चाहती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि उनके नेतृत्व में बीजेपी ईमानदारी से सर्वसमाज के लिए काम कर रही है। इससे पूरा देश मजबूत हो रहा है और पूरी दुनिया में भारत की वाहवाही हो रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए अग्रवाल ने कहा था कि प्रदेश में सिर्फ भ्रष्टाचारियों को ही परेशानी हो रही है।
The opposition is in the hands of an immature leadership. Bandar ko adrak pakda do to kya hota hai? If we hand over our nation to such a leadership, there will not be a nation anymore, it will be divided into pieces: Naresh Agrawal, BJP in Hardoi (06.05.2018) pic.twitter.com/Lt5rqrpjhp
— ANI UP (@ANINewsUP) May 7, 2018
नरेश अग्रवाल अपने विधायक बेटे के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। हाल में संपन्न राज्यसभा चुनावों में भाजपा को इसका लाभ भी मिला था। हालांकि, भाजपा की सदस्यता लेने के साथ ही उन्होंने जया बच्चन को लेकर विवादित बयान दे दिया था। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इसके लिए सार्वजनिक तौर उन्हें फटकार लगाई थी। मालूम हो कि सपा से रज्यसभा का टिकट न मिलने के कारण नरेश अग्रवाल बेहद नाराज थे। सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनके बजाय जया बच्चन को अपना उम्मीदवार बनाने की घोषणा की थी। नरेश अग्रवाल विभिन्न दलों में रहने के साथ ही अपनी पार्टी भी बना चुके हैं। वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में उनकी महत्वपूर्ण हो सकती है।

