Election Win Without Campaign: अगर कोई उम्मीदवार किसी छोटे-मोटे चुनाव में भी उतरता है तो अपनी जीत के लिए उसे बहुत पैसा चुनाव कैंपेन पर खर्च करना होता है। घर-घर लोगों से वोट मांगने के लिए जाना होता है। उसके बावजूद ये डर लगा रहता है कि हम जीत पाएंगे या नहीं, लेकिन हम आज आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने वाले हैं जिन्होंने कोई कैंपेन किए, जेल में रहते हुए चुनाव जीत लिया है। उनकी इस जीत पर सूबे के मुख्यमंत्री को भी बधाई देनी पड़ी। ये मामला है मध्य प्रदेश के दमोह जिले का जहां बुधवार को जनपद के अध्यक्षों का निर्वाचन हो रहा था। इसी दौरान आए एक परिणाम ने सबको चौंका कर रख दिया।
पिछले 3 सालों से हत्या के आरोप में जेल में बंद इंद्रपाल पटेल ने जेल के अंदर रहते हुए बिना किसी कैंपेन के ये चुनाव जीत लिया। चुनाव जीतने के बाद इंद्रपाल के पास विधायक से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक ने बधाई दी। मध्य प्रदेश के विधायक ने पोस्टर बनाकर सोशल मीडिया पर इंद्रपाल की जीत पर अपनी खुशी का इजहार किया तो वहीं सूबे के मुख्यमंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल से इंद्रपाल को जीत की बधाई दी है।
जानिए इंद्रपाल (Indrapal Patel) को कितने वोट मिले
कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरासिया की हत्या के आरोप में जेल में बन्द बीजेपी नेता इंद्रपाल पटेल को इस चुनाव में 16 में से 11 वोट मिले कुल 17 वोट डाले जाने थे लेकिन इंद्रपाल अपना वोट नहीं डाल सके थे। इंद्रपाल ने गैसाबाद जनपद क्षेत्र से सदस्य का चुनाव जीता था। जिसके बाद बुधवार को जनपद अध्यक्ष का के लिए वोटिंग होनी थी। इस चुनाव में शामिल होने के लिए इंद्रपाल ने मंगलवार को कोर्ट में पैरोल की अर्जी दाखिल की थी लेकिन कोर्ट ने इजाजत नहीं दी। ऐसे में इंद्रपाल ने जेल के भीतर से ही अध्य्क्ष पद के लिए पर्चा दाखिल किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Shivraj Singh Chouhan) को देनी पड़ी बधाई
इंद्रपाल पटेल की इस जीत पर सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को खुद बधाई देनी पड़ी। जब इंद्रपाल के जीतने की खबर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पता चली तो उन्होंने अपने ऑफिसियल ट्वीटर हेंडल से इंद्रपाल को जीत की बधाई दी। इसके बाद हटा से बीजेपी विधायक पी एल तंतुवाय भी इंद्रपाल की जीत पर खुशी जाहिर करते हुए एक पोस्टर बनवाया जिसमें इंद्रपाल और उनके पिता शिवचरण पटेल की फोटो के साथ अपना बड़ा सा फोटो लगाकर जेल से जीते इंद्रपाल को बधाई दी।
बीजेपी ने कमलनाथ के गृहजनपद की सीट पर लगाई सेंध
वहीं छिंदवाड़ा कमलनाथ का गढ़ है वहां कांग्रेस हार गई और बीजेपी समर्थित प्रत्याशी जीत गया। ये उनके लिए बहुत ही शर्मनाक बात है। कमलनाथ का गृहजनपद महूखेड़ा में उनका गांव शिकार पुरा है जहां से बीजेपी समर्थित प्रत्याशी कृष्णा डिगर चुनाव जीत गए। जीत के बाद बीजेपी समर्थक उम्मीद ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, ‘पूरे बीजेपी मंडल, पूरी पार्टी और कार्यकर्ताओं के सहयोग से आज हम जिलाअध्यक्ष बने हैं।’ वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के नागरिकों का आभार व्यक्त करता हूं। जनपद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी को को ऐतिहासिक सफलता मिली है। 313 में से 226 से ज्यादा अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष बीजेपी के जीते हैं। निर्दलीय जीत दर्ज करने वालों में भी #BJP4MP समर्थित हैं।