उत्तर प्रदेश के कैराना से बीजेपी सांसद हुकुम सिंह का शनिवार को निधन हो गया। सिंह को पिछले कुछ दिनों से सांस लेने में दिक्कत आ रही थी जिसके बाद उन्हें नोएडा के जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब 1 महीने तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद 79 वर्षीय हुकुम ने शनिवार को आखिरी सांस ली। रविवार यानी आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। सात बार यूपी के विधायक रहने वाले हुकुम सिंह करीब दो साल पहले उस वक्त चर्चा में आए थे, जब उन्होंने कैराना में हिंदुओं के पलायन का मुद्दा उठाया था।
बीजेपी और कांग्रेस दोनों की सरकारों के दौरान राज्य मंत्री का कार्यभार संभालने वाले इस दिग्गज नेता ने आरोप लगाया था कि ‘एक समुदाय’ के कारण करीब 346 हिंदू परिवार कैराना से पलायन करने के लिए मजबूर हुए। सिंह की ओर से यह मुद्दा उठाने के बाद बीजेपी ने इसे यूपी चुनाव 2017 के घोषणापत्र में भी शामिल किया था। चुनाव के दौरान बीजेपी ने वादा किया था कि हर जिले में इस तरह के ‘पलायन’ को रोकने के लिए एक विभाग बनाया जाएगा।
5 अप्रैल 1938 के दिन जन्म लेने वाले हुकुम सिंह ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत कांग्रेस के साथ की थी। उन्होंने साल 1974 में पहली बार कैराना से चुनाव लड़ा था और विधायक बने थे। कांग्रेस की ओर से दो और जनता पार्टी की ओर से एक बार कैराना के विधायक रहने के बाद उन्होंने साल 1995 में बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी। हुकुम सिंह ने बीजेपी नेता के तौर पर 1996, 2002, 2007 और 2012 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कैराना से जीत दर्ज की। उन्होंने साल 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। हुकुम सिंह के निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी संवेदनाएं जाहिर करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश से सांसद और वरिष्ठ नेता हुकुम सिंह जी के निधन से काफी दुखी हूं। उन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता की सेवा की और किसानों के लिए बहुत काम किया। इस दुख के समय में मेरी सहानुभूति उनके परिवार और समर्थकों के साथ है।’
Anguished by the demise of MP and veteran leader from Uttar Pradesh, Shri Hukum Singh Ji. He served the people of UP with great diligence and worked for the welfare of farmers. My thoughts are with his family and supporters in this hour of grief.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 3, 2018