गुजरात के कडोदरा शहर में पुलिस ने बीजेपी के एक नेता समेत 15 लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। बता दें कि इस मामले में रासायनिक कचरे से निकल रही गंध के कारण दम घुटने से 2 मजदूरों की मौत हो गई थी। यह कचरा बीजेपी नेता की रंग और रसायन बनाने वाली कंपनी से निकला हुआ बताया गया था। बता दें कि बीजेपी नेता सूरत म्यूनिसिपल फाइनेंस बोर्ड के चेयरमैन भी हैं।

यह है मामला : कडोदरा थाने के पुलिस इंस्पेक्टर पीए वाल्वी ने बताया कि बीजेपी नेता धनसुख भंडारी भरूच में प्रहरित पिगमेंट कंपनी चलाते हैं। यह कंपनी रंग और रसायन बनाती है। बताया जा रहा है कि इस कंपनी से रासायनिक कचरा फेंका जाता है, जिससे जहरीली गंध आती है। इसी कचरे की वजह से 2 मजदूरों की मौत हो गई, जिसके भंडारी समेत 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।

कौन हैं बाकी 14 लोग? : पुलिस के मुताबिक, इस मामले में बीजेपी नेता समेत कुल 15 लोगों को आरोपी बनाया गया है। बाकी 14 लोगों में प्रहरित कंपनी की अलग-अलग फर्मों में काम करने वाले कॉन्ट्रैक्टर और सब-कॉन्ट्रैक्टर शामिल हैं। इनके खिलाफ गैर-इरादतन हत्या, लापरवाही बरतने, आपराधिक साजिश रचने और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं।

9 फरवरी को हुआ था हादसा : पुलिस के मुताबिक, 9 फरवरी को टैंकर ड्राइवर इंद्रजीत राजपूत और दो मजदूर भगवान भरवाड़ व भारत साथिया कंपनी से रासायनिक कचरा लेकर जा रहे थे। इस दौरान कचरे से निकल रही गंध के कारण राजपूत बेहोश हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, दोनों मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। मामले की जानकारी मिलते ही कडोदरा पुलिस टीम गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जीपीसीबी) के अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (एफएसएल) और जीपीसीबी की रिपोर्ट में बताया गया कि रासायनिक कचरा काफी ज्यादा जहरीला था, जिसकी गंध से मजदूरों की मौके पर मौत हो गई।

मामले में कई कंपनियां शामिल : कडोदरा पुलिस ने बताया कि प्रहरित कंपनी ने अंकलेश्वर स्थित नीरज छजाद की कंपनी महावीर एंटरप्राइज को कचरे के निपटान का ठेका दिया था। था। नीरज ने इस रासायनिक कचरे के निपटान के लिए मनोज अग्रवाल की साई रचना फर्म को कॉन्ट्रैक्ट दे दिया। मनोज अग्रवाल यह कचरा सूरत स्थित फर्म आयुषी एंटरप्राइज को सप्लाई करता था।