दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में शिरकत करने वाली भाजपा की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी ने समारोह में न बुलाए जाने पर ‘‘रोने-धोने’’ के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल की खिल्ली उड़ाई। साल 1975 में दिल्ली पुलिस की टुकड़ी की अगुवाई करने वाली बेदी गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान वीआईपी गैलरी में बैठी थीं।
बेदी ने एक टीवी चैनल से कहा, ‘‘मैं समझती हूं कि वह रोना-धोना कर रहे हैं। मेरा मानना है कि उन्हें अब बड़े हो जाना चाहिए। निमंत्रण तब नहीं आते जब आप चाहें। वे किसी और तरह से आते हैं लेकिन उनकी मांग कभी नहीं की जाती। वे नियम-कायदे से आते हैं या प्रोटोकोल से आते हैं।’’
‘आप’ ने सरकार पर आरोप लगाया कि केजरीवाल को न बुलाकर उसने इस मौके का ‘‘राजनीतिकरण’’ किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने कहा, ‘‘यह देखना देश का काम है कि क्या किया जा रहा है। गणतंत्र दिवस जैसे एक पवित्र अवसर का किस तरह राजनीतिकरण किया गया। कैमरा उन पर कुछ ज्यादा ही फोकस कर रहा था।’’
यादव ने सरकार पर भी आरोप लगाया कि वह राजनीतिक फायदे के लिए सत्ता का गलत इस्तेमाल कर बेदी के चेहरे पर बार-बार कैमरा फोकस कर रही थी।
उन्होंने कहा, ‘‘कैमरा उन पर कुछ ज्यादा ही फोकस कर रहा था। जब सत्ता का गलत इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए होता है तो लोगों को बात समझ में आती है। मैं उम्मीद करता हूं कि चुनाव आयोग भी यह सब देख रहा होगा।’’