उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित कुछ अस्पतालों के रेजीडेंट डॉक्टरों ने बृहस्पतिवार को जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन किया। डॉक्टरों ने यह धरना प्रदर्शन अपने बकाया वेतन के भुगतान के लिए किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने हाथ पर काली पट्टी बांध कर, हाथों में तख्तियां लेकर नारे लगाए। हिन्दू राव अस्पताल, कस्तूरबा अस्पताल और राजेन बाबू क्षय रोग अस्पताल के मास्क पहने हुए डॉक्टरों ने उच्च प्राधिकारियों से हस्तक्षेप कर समस्या का समाधान करने की मांग की।

हाल ही में तीनों अस्पतालों के दर्जनों डॉक्टरों ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने के बाद कैंडल मार्च निकाला था। हिन्दू राव अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अभिमन्यु सरदाना ने कहा, ‘‘हम यह मुद्दा उठा-उठा कर थक गए हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है। इस वक्त हमें अस्पताल में होना चाहिए। लेकिन अपनी मांग के लिए दबाव बनाने के अलावा हमारे पास और कोई विकल्प नहीं है। हम अपना बकाया वेतन चाहते हैं, यह हमारा मूल अधिकार है।’’

अस्पताल के आरडीए (रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन) के सदस्य पिछले कई दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं और पिछले तीन महीने का बकाया वेतन जारी करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। कस्तूरबा अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टर्स भी बकाया वेतन को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

हिन्दू राव अस्पताल में रेजीडेंट डॉक्टर ज्योत्सना प्रकाश का कहना है, ‘‘हममें से कुछ लोग आज से शायद भूख हड़ताल भी करेंगे। एसोसिएशन द्वारा अंतिम फैसला किया जाना है।’’ उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जयप्रकाश ने हाल ही में कहा था कि डॉक्टरों को जुलाई का वेतन दे दिया गया है।