दो दिन पहले वाराणसी में दलितों और पिछड़ी जाति के सदस्‍यों के साथ खाना खाकर सपा और बसपा के निशाने पर आए बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह अब ‘स्‍वाभिमान महासम्‍मेलन’ कराने की योजना बना रहे हैं। यह कार्यक्रम पार्टी के अनुसूचित जाति के कार्यकर्ताओं के लिए होगा। इसे उत्‍तर प्रदेश के छह जगहों पर आयोजित किया जाएगा। कानपुर में चार जून को बूथ लेवरल पर काम करने वाले 20 हजार कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद शाह दलितों से मुलाकात कर इस कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। इसी दिन वे लखनऊ में पार्टी के अनुसूचित जाति प्रकोष्‍ठ के सदस्‍यों से मिलेंगे। अवध क्षेत्रीय यूनिट के 5 हजार कार्यकर्ताओं के अलावा आरक्षित सीटों के सांसद और विधायक इस मीटिंग में शरीक होंगे।

बीजेपी के अनुसूचित जाति प्रकोष्‍ठ के अध्‍यक्ष गौतम चौधरी ने कहा कि शाह इसी तरह की मीटिंग कानपुर, गोरखपुर, पश्‍च‍िम, ब्रज और काशी क्षेत्र में भी करेंगे। चौधरी ने कहा, ‘लखनऊ में अपने संबोधन में शाह पार्टी कार्यकर्ताओं को 2017 विधानसभा चुनावों के मद्देनजर उनकी भूमिका और जिम्‍मेदारियों के बारे में बताएंगे।’ वे कार्यकर्ताओं को यह भी बताएंगे कि किस तरह अनुसूचित जाति के सदस्‍यों को केंद्रीय योजनाओं से अवगत कराया जाए, जो उनको सामाजिक और आर्थिक तौर पर सशक्‍त करने के लिए लाई गई है। उनके भाषण से कार्यकर्ताओं का उत्‍साह बढ़ेगा।’

बीजेपी अनुसूचित जाति प्रकोष्‍ठ के महासचिव रामचंद्र कनौजिया ने कहा कि इस तरह की बैठकों से अनुसूचित जाति के लोगों के बीच एक अच्‍छा संदेश जाएगा। उन्‍होंने कहा, ‘इन बैठकों का नाम स्‍वाभिमान महासम्‍मेलन रखा गया है क्‍योंकि पीएम नरेंद्र मोदी का विजन है कि समाज के दबे कुचलों को आत्‍मनिर्भर बनाया जाए। वे केंद्र की योजनाओं मसलन-जनधन योजना, मुद्रा, बीमा और पेंशन स्‍कीमों का लाभ उठाएं।’ कनौजिया ने यह भी कहा कि बैठकों के दौरान अनुसूचित जाति के लोगों का एक डेटाबेस बनाया जाएगा।