मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले सत्तारूढ़ भाजपा ने नया राज्य प्रमुख नियुक्त किया है। भाजपा ने जबलपुर से पार्टी के सांसद राकेश कुमार सिंह को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। इससे पहले नंद कुमार चौहान मध्य प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष थे। प्रदेश प्रमुख में बदलाव को विधानसभा के साथ ही अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारियों से जोड़ कर देखा जा रहा है। राकेश जबलपुर से तीन बार सांसद रहे हैं। उन्होंने वर्ष 2004 में जबलपुर संसदीय सीट से चुनाव जीता था। राकेश सिंह को संगठनात्मक कार्य में निपुण माना जाता है। वह लोकसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) भी हैं। इसके साथ ही वह विभिन्न संसदीय समितियों में भी सदस्य के तौर पर शामिल हैं। हालांकि, भाजपा के वरिष्ठ नेता पर गांव को गोद लेकर उसे लावारिस छोड़ने का भी आरोप लगाया जाता है। बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष पद की होड़ में नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह और राजेंद्र शुक्ला जैसे दिग्गज नेता भी शामिल थे। लेकिन, आखिरकार पार्टी आलाकमान ने यह जिम्मेदारी राकेश सिंह को देने का फैसला लिया गया।
नंद कुमार चौहान ने जताई थी पद से हटने की इच्छा: नंद कुमार चौहान के मध्य प्रदेश के अध्यक्ष पद से हटने के बाद कयासबाजी का दौर शुरू हो गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद इन अटकलों को दूर करने की कोशिश की है। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि नंद कुमार ने पहले भी चार बार फोन पर पद से हटने की इच्छा जताई थी। बकौल मुख्यमंत्री, वह संसदीय क्षेत्र में काम करना चाहते हैं, क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर वह काफी व्यस्त रहते हैं और अपने क्षेत्र में ज्यादा समय नहीं दे पा रहे है। इसलिए पार्टी अध्यक्ष पद से हटना चाहते हैं। बता दें कि मंगलवार (17 अप्रैल) को लगभग तीन घंटे तक चली बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक के बाद मध्य प्रदेश बीजेपी के नए अध्यक्ष के लिए राकेश सिंह का नाम तय किया गया था।
एंटी इनकंबेंसी से निपटना होगी बड़ी चुनौती: भाजपा के नए मध्य प्रदेश अध्यक्ष के लए एंटी इनकंबेंसी से निपटना बड़ी चुनौती होगी। भाजपा वर्षों से राज्य की सत्ता में है। लेकिन, पिछले कुछ दिनों में किसानों के अलावा अन्य मुद्दे बेहद गंभीर हो गए हैं। वहीं, कांग्रेस भी पहले के मुकाबले ज्यादा बेहतर तरीके से चुनावी रणनीति बनाने में जुटी है। ऐसे में विधानसभा के साथ ही लोकसभा चुनावों में भी भाजपा को कड़ी चुनौती मिलने की संभावना है।
गांव गोद लेकर लावारिस छोड़ने वाले श्री राकेश सिंह को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने मध्य प्रदेश का भाजपा अध्यक्ष चुना..
लगता है आगामी हार का ठीकरा फोड़ने की तैयारी कर रहा है केंद्रीय नेतृत्व..https://t.co/uKu5HzEKeM
— Alok Agarwal (@iAlokAgarwal) April 18, 2018
गांव को गोद लेकर लावारिस छोड़ने का आरोप: मध्य प्रदेश भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष राकेश सिंह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना के तहत गांव को गोद लेकर उसे लावारिस छोड़ने का भी आरोप है। प्राधानमंत्री के आह्वान पर राकेश ने जबलपुर के कोहला गांव को गोद लिया था। बताया जाता है कि शुरुआत में बीजेपी सांसद गांव आए थे और इसे आदर्श गांव बनाने का भी वादा किया था। ग्रामीणों का आरोप है कि बाद में उन्होंने गांव से मुंह मोड़ लिया था।