तमिलनाडु में बीजेपी के सहयोगी दल पीएमके ने पत्रकारों को सवाल पूछने पर टुकड़े-टुकड़े कराने की धमकी दी है। बताया जा रहा है कि एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों ने पीएमके के अध्यक्ष एस रामदास से पेड़ काटकर पार्टी के विरोध करने के तरीके पर सवाल पूछे थे। बता दें कि इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। इसमें पीएमके अध्यक्ष एस रामदास कई साल पुरानी घटना का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जो सवाल पूछेगा, उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए जाएंगे। बता दें कि पत्रकार ने उनसे पेड़ काटने को लेकर सवाल पूछा था।
हेट पॉलिटिक्स पर आधारित कार्यक्रम में हुए थे शामिल: जानकारी के मुताबिक, एस रामदास (79) शनिवार (22 जून) को चेन्नई में हेट पॉलिटिक्स पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। उन्होंने बताया, ‘‘मैंने उन्हें बताया कि इस सवाल का जवाब मैं सैकड़ों बार दे चुका हूं। आप एक खास मकसद से बार-बार यही सवाल पूछ रहे हैं, जिससे यह साबित किया जा सके कि रामदास पेड़ कटवाता है। आप यह सुनिश्चित करना चाहते हो कि जो लोग इस बारे में नहीं जानते हैं, वह भी जान जाएं।’’
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पीएमके नेता ने दिया यह जवाब: एस रामदास ने बताया, ‘‘ऐसे में मैंने उन लोगों से कहा कि भविष्य में जब कोई प्रदर्शन होगा तो हम पेड़ नहीं काटेंगे। उस वक्त हम ऐसे लोगों को काटेंगे, जो सवाल पूछते हैं।’’
पत्रकारों से गाली-गलौज भी की: इस दौरान पीएमके नेता ने पत्रकारों को अपशब्द भी कहे। उन्होंने कहा, ‘‘अरे कुत्तों, यहां आओ और देखो कि मैंने कहां-कहां पेड़ लगवाए हैं। पिछले एक साल से मैं एक लाख रुपए इनाम देने की बात भी कह रहा हूं, लेकिन कोई भी नहीं आया। मैंने अपने चैरिटेबल ट्रस्ट में जंगल उगा दिया है।’’ रामदास की इस टिप्पणी पर चेन्नई प्रेस क्लब के अलावा पत्रकारों के अन्य फोरम ने भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की असली मालिक जनता है, जो इस तरह के बयान देख रही है।
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न्यूज मिनट की रिपोर्ट के मुताबिक, सेंटर ऑफ मीडिया पर्सन्स फॉर चेंज ने रामदास की इस टिप्पणी की आलोचना की। साथ ही, उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। बता दें कि 1980 के दशक में विरोध जताने के लिए पेड़ काटना पीएमके की पहचान थी। पार्टी ने 100 से ज्यादा पेड़ काटे हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के कार्यकाल के दौरान पार्टी के कई नेताओं को जेल भी भेजा गया था।