बिहार के बक्सर के पास हुए रेल हादसे में जान गंवाने वाले जैद की कहानी भी मां-बेटी की तरह से बेहद दर्दनाक है। जैद अपने बहन और बहनोई को मक्का के लिए See Off करने दिल्ली आया था। वो अपने चचेरे भाई मोहम्मद नासिर के साथ लौटकर वापस गांव जा रहा था। रेल हादसे में उसकी मौत हो गई। एक तरफ जैद हादसे में दुनिया को अलविदा कह गया वहीं उसके चचेरे भाई को मामूली चोट लगीं। दोनों आसपास की बर्थ पर थे।

जैद और उसका चचेरा भाई नासिर 12506 North East Express के एसी 3 टियर कोच बी-7 में सवार थे। जैद की बर्थ का नंबर 68 था। हादसे में जिन चार लोगों की मौत हुई है वो सारे इसी कोच में सवार थे। जैद पेशे से पार्ट टाईम ड्राईवर था। वो बिहार के किशनगंग जिले में स्थित सप्तिया बिशनपुर गांव का रहने वाला था। एक रिपोर्ट के मुताबिक नासिर का कहना है कि उसे यकीन नहीं हो रहा कि जैद अब इस दुनिया में नहीं है।

बिहार में बक्सर के पास ट्रेन के बेपटरी होने से जिन चार यात्रियों की मौत हुई है उनमें असम जा रही एक महिला और उसकी आठ साल की बेटी शामिल हैं। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि आठ वर्षीय लड़की की पहचान आकृति भंडारी के रूप में हुई है। जबकि उसकी मां का नाम ऊषा भंडारी है। लड़की के साथ असम जा रहे उसके पिता और आकृति की जुड़वा बहन इस दुर्घटना में बच गए। दोनों को मामूली चोट लगीं।

रेल हादसे में मां-बेटी समेत चार लोगों की हुई है मौत

जान गंवाने वाले चौथे यात्री की पहचान राजस्थान के नरेंद्र कुमार के रूप में हुई है। बक्सर जिले में रघुनाथपुर स्टेशन के पास रात को असम से दिल्ली जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने से चार लोगों की जान चली गई थी। ट्रेन के 23 डिब्बों के बेपटरी होने से कई लोग घायल हो गए। बताया जाता है कि 120 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से दौड़ रही ट्रेन के ड्राईवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए थे। इसी वजह से कई डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे के बाद रेलवे ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर घायलों को तत्काल प्रभाव से अस्पतालों में दाखिल कराया।