बिहार की राजधानी पटना के आसरा गृह में दो महिलाओं की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। सूचना मिलने पर पुलिस ने दोनों महिलाओं के शव को जब्त कर लिया है। दोनों शवों का दोबारा पोस्टमार्टम सिविल सर्जन की अगुवाई में गठित मेडिकल बोर्ड करेगा।
आसरा गृह में संदिग्ध मौत: दरअसल, पटना के राजीव नगर थाना क्षेत्र में आसरा गृह संचालित किया जाता है। इस आसरा गृह में 75 मानसिक विक्षिप्त महिलाओं और नाबालिग बच्चों को रखा जाता था। आसरा गृह में रहने वाली दो महिलाओं की मौत संदिग्ध तरीके से 10 अगस्त की रात में हो गई थी। शेल्टर होम की कर्मचारी बेबी सिंह उन्हें लेकर पटना मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल पहुंची। डॉक्टरों ने जांच में दोनों महिलाओं को मृत घोषित कर दिया।
नहीं दी पुलिस को सूचना: आसरा गृह प्रबंधन ने युवतियों की मौत की जानकारी घटना स्थल की पुलिस यानी राजीव नगर थाने को नहीं दी। घटना के संबंध में समाज कल्याण विभाग को भी सूचना 24 घंटे बाद दी गई।
मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह कांड के बाद अब पटना के आसरा शेल्टर होम की दो युवतियों की मौत।
शेल्टर होम ने मौत की जानकारी पुलिस को नहीं दी।
नीतीश कुमार जी लोकसभा सीटों के तालमेल और ब्लैकमेलिंग में व्यस्त है।
नैतिकता पानी भरने बंगाल की खाड़ी के गहरे पानी में डुबकी लगा रही है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 12, 2018
दोबारा होगा शव का पोस्टमार्टम: रविवार (12 अगस्त) को घटना की सूचना मिलते ही हंगामा मच गया। पुलिस ने तत्काल शव को जब्त कर लिया। अब शव का दोबारा पोस्टमार्टम सिविल सर्जन की देखरेख में करवाने की तैयारी चल रही है। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में ले लिया है। इनमें एनजीओ के सचिव चिरंतन कुमार, कर्मचारी बेबी कुमारी सिंह समेत तीन अन्य लोग शामिल हैंं।
लाने से पहले हुई थी मौत: दोनों महिलाओं की मौत पर पटना मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन ने जनसत्ता.कॉम से बातचीत में बताया,”जब दोनों महिलाओं को यहां लाया गया, उनकी मौत हो चुकी थी। पहले भी आसरा गृह से बीमार लोगों को यहां इलाज के लिए लाया जाता रहा है। लेकिन इन दोनों को यहां जब लाया गया, उनकी मौत हो चुकी थी।”
जांच कर रहे हैं अधिकारी: घटना के बाद 12 अगस्त को पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि और एसएसपी मनु महाराज ने आसरा गृह का दौरा किया है। जिलाधिकारी ने मीडिया से कहा कि दोनों महिलाओं को कोई खास बीमारी नहीं थी। पूनम को बुखार था और उसे डायरिया भी था। उन्होंने कहा कि शव का पोस्टमॉर्टम मेडिकल बोर्ड गठित कर कराया जाएगा।
पहले भी हुई भागने की कोशिश: आसरा गृह का विवाद नया नहीं है। दरअसल शुक्रवार यानी 10 अगस्त को चार लड़कियों ने आसरा गृह की ग्रिल काटकर भागने की कोशिश की थी। ग्रिल काटती हुई लड़कियों को लोगों ने देख लिया तो हंगामा मच गया। पूछताछ में लड़कियों ने बताया था कि ग्रिल काटने के लिए ब्लेड उन्हें पड़ोस में रहने वाले अधेड़ राम नगीना सिंह उर्फ बनारसी ने दी थी। इस सूचना पर पुलिस ने राम नगीना सिंह को हिरासत में लिया था। ये वही रात थी, जिसमें दो महिलाओं की संदिग्ध मौत हुई थी।
