सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (12 नवंबर, 2018) को बिहार सरकार को जमकर फटकार लगाई। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार पुलिस के प्रति अपनी नाराजगी पूर्व राज्य मंत्री मंजू वर्मा को गिरफ्तार करने में नाकाम रहने पर जताई है। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार के वकील से ये पूछा कि आखिर क्यों मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म मामले में सीबीआई की छापेमारी के दौरान मंजू वर्मा के घर से हथियार बरामद होने के बाद भी उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया? बता दें कि मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में दुष्कर्म कांड के मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस मदन बी. लोकुर ने कहा,”बहुत खूब! कैबिनेट मंत्री (मंजू वर्मा) फरार थीं, बहुत खूब! ये कैसे हो सकता है कि कैबिनेट मंत्री फरार हों और किसी को ये पता न हो कि वे कहां हैं? आप इस मामले की गंभीरता को समझ रहे हैं कि कैबिनेट मंत्री लापता हो जाए। बस बहुत हुआ।”
“We are quite shocked that former cabinet minister can not be traced by the police for over a month. We would like the police to tell us that how such an important person is not traceable. Director General of Police to appear before us,”says SC & posts the matter for November 27 https://t.co/hDavRwL3pb
— ANI (@ANI) November 12, 2018
सुप्रीम कोर्ट ने कहा,” हम ये सुनकर चकित हैं कि पूर्व कैबिनेट मंत्री को पुलिस एक महीने से अधिक वक्त तक ढूंढने में नाकाम रही। हम ये चाहेंगे कि पुलिस हमें बताए कि कैसे इतना महत्वपूर्ण व्यक्ति लापता बना रहा। पुलिस महानिदेशक को हमारे सामने पेश किया जाए।” सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख 27 नवंबर मुकर्रर की है।
बता दें कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में मासूम लड़कियों के साथ दरिंदगी मामले में बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंदेश्चर वर्मा ने बीते 29 अक्टूबर को बेगूसराय जिले में स्थित एक कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। शेल्टर होम केस में जांच के दौरान सीबीआई ने मंजू वर्मा के ससुराल में छापेमारी की थी, जहां से 50 कारतूस मिले थे। इस मामले में मंजू वर्मा और उनके पति चंदेश्वर वर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। चंदेश्वर वर्मा पर मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के साथ कथित तौर पर संबंध होने का आरोप है।