देश के कई राज्यों में रमजान के बीच, मस्जिदों में लाउडस्पीकर को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। महाराष्ट्र, कर्नाटक के बाद अब इस मुद्दे पर बिहार में भी राजनीति गरमाई नजर आ रही है। हालिया विवाद पर एक मंत्री के बयान का जिक्र करते हुए जब उपेंद्र कुशवाहा से सवाल किया गया तो जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा, “हम तो गांव जाते हैं तो सो नहीं पाते हैं, चार बजे से ही मंदिर में लाउडस्पीकर बजने लगता है।”

उपेंद्र कुशवाहा से पूछा गया था कि खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने मस्जिद में बजने वाले लाउडस्पीकर पर रोक लगाने की मांग की है। इस पर कुशवाहा ने कहा, “मंत्री ने क्या सोचकर ये बयान दिया है, ये तो वही जानें लेकिन ऐसा नहीं है कि इसके दायरे में केवल मस्जिद ही आती हैं, बल्कि ऐसी स्थिति मंदिरों के मामले में भी आती है।”

कुशवाहा ने आगे कहा, “कभी-कभी डेढ़-दो बजे रात में घर लौटकर सोने जाते हैं तभी लाउडस्पीकर बजने लगता है।” उन्होंने कहा कि तेज आवाज कहीं से भी आए, उसे रोकने पर विचार किया जाना चाहिए। कुशवाहा ने कहा कि बात मंदिर-मस्जिद की नहीं है। ध्यान इस बात पर दिया जाना चाहिए कि यह आवाज खासकर सोने यानी रात के समय या तड़के सुबह न हो।

वहीं, जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल के एक बयान पर भड़क गए। डॉ. संजय जायसवाल ने उपेंद्र कुशवाहा को लेकर कहा था कि वे बताएं कि वे खुद 2025 तक जदयू में रहेंगे या नहीं? क्योंकि 5 साल वे एक पार्टी में नहीं रहते हैं। इस पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ये सवाल पूछने वाले वह कौन होते हैं। कुशवाहा ने कहा कि ऐसा सवाल जनता पूछ सकती है या फिर उनकी पार्टी के प्रमुख नीतीश कुमार पूछ सकते हैं।

रमजान के बीच, लाउडस्पीकर को लेकर विवाद जारी है। लाउडस्पीकर को लेकर जारी विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि अजान केवल 3-4 मिनट की होती है और अखंड रामायण कई घंटे चलता है। उन्होंने कहा था कि 3-4 मिनट के अजान पर लोग सवाल उठा रहे हैं तो अखंड रामायण पर क्यों नहीं बोलते हैं।